हांगझोऊ16 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

चीन के हांगझोऊ में चल रहे एशियन गेम्स में रविवार को भारतीय टीम ने शानदार शुरुआत की। भारतीय टीम ने इवेंट के पहले ही दिन तीन सिल्वर और दो ब्रॉन्ज समेत कुल पांच मेडल जीते। वहीं एशियाड महिला क्रिकेट के सेमीफाइनल में बांग्लादेश को 8 विकेट से हराकर भारतीय टीम ने फाइनल में जगह बना ली।
सेमीफाइनल का दूसरा मुकाबला पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच आज खेला जाना है। दोनों में से जीतने वाली टीम के साथ 25 सितंबर को भारतीय टीम फाइनल खेलेगी। फाइनल में जीतने या हारने के बाद भी भारतीय टीम ने एक मेडल पक्का कर लिया है। पूरी खबर पढ़ें…
पहला मेडल रोइंग के लाइट वेट डबल्स स्कल में मिला
इधर, रविवार को टीम इवेंट में भारत के लिए पहला मेडल रोइंग के लाइट वेट डबल्स स्कल में अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह ने दिलवाया। उन्होंने फाइनल में 6:28.18 समय लेकर सिल्वर मेडल जीता।

पहली बार एशियन गेम्स में रोइंग के लाइट वेट डब्ल्स में अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह ने भारत को मेडल दिलाया।
शूटिंग में भी सिल्वर मिला
भारत को दूसरा मेडल 10 मीटर एयर राइफल में विमेंस टीम ने दिलाया। मेहुली घोष, रमिता और आशी चौकसी ने सिल्वर मेडल जीता। तीनों ने 1880.0 का टीम स्कोर हासिल किया। जिसमें रमिता ने 631.9 पॉइंट हासिल किए। जबकि मेहुली ने 630.8 का स्कोर किया। वहीं आशी ने 623.3 अंक बटोरे।

एशियन गेम्स में 10 मीटर एयर राइफल में भारतीय विमेंस टीम ने सिल्वर जीता।
भारतीय टीम को तीसरा मेडल रोइंग के पेयर इवेंट में बाबूलाल यादव और लेखराम ने दिलाया। भारतीय जोड़ी ने 6:50:41 के समय के साथ ब्रॉन्ज अपने नाम किया। वहीं चौथा मेडल रोइंग-8 इवेंट में मिला। रोइंग-8 में नीरज, नरेश कलवानिया, नीतिश कुमार, चरणजीत सिंह, जसविंदर सिंह, भीम सिंह, पुनित कुमार, आशीष और धनंजय उत्तम पांडे ने भारत को सिल्वर दिलाया।
रमिता ने जीता ब्रॉन्ज मेडल
रमिता ने 10 मीटर राइफल में ब्रॉन्ज जीता। जबकि मेहुली घोष चौथे स्थान पर रही।

रमिता ने 10 मीटर एयर राइफल में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
पहली बार रोइंग के लाइट वेट डब्ल्स में भारत को मेडल मिला
पहली बार रोइंग के लाइट वेट डब्ल्स में भारत को मेडल मिला है। इससे पहले कोई भी भारतीय इस इवेंट में मेडल नहीं जीता है। हालांकि, सिंगल स्कल में बजरंग लाल ठक्कर और स्वर्ण सिंह मेडल जीत चुके हैं। बजरंग लाल ठक्कर ने 2010 में चीन में हुए एशियाई गेम्स में गोल्ड जीता था। जबकि 2006 दोहा एशियाई गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं स्वर्ण सिंह ने 2014 इंडिचोन एशियाई गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।

अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह 2017 से एक साथ कर रहे हैं रोइंग
अर्जुन लाल जाट और अरविंद सिंह 2017 से एक साथ लाइटवेट डबल स्कल्स इवेंट कर रहे हैं। दोनों ने आर्मी जॉइन करने के बाद रोइंग खेल के बारे में जाना। अर्जुन लाल जाट राजस्थान के जयपुर में शाहपुरा के गांव नया बास के रहने वाले हैं। उनके पिता किसान हैं जबकि दो और भाई उन्हीं की तरह आर्मी में हैं। वहीं अरविंद उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के खबरा गांव से आते हैं। उन्हें खेलों में पहले से ही रुचि थी। आर्मी में भर्ती होने के साथ ही उन्होंने रोइंग की भी ट्रेनिंग शुरू कर दी।
2019 में एशियन चैंपियनशिप में जीत चुके हैं मेडल
2019 के साउथ कोरिया में हुए एशियन चैम्पियनशिप में इन दोनों ने सिल्वर मेडल हासिल किया था। इसके अलावा नेशनल लेवल पर भी ये दोनों एक साथ गोल्ड और सिल्वर मेडल जीत चुके हैं।
रोइंग 1982 से एशियन गेम्स में शामिल
रोइंग को 1982 नई दिल्ली एशियन गेम्स से शामिल किया गया है। शुरुआत में सिंगल स्कल को शामिल किया गया था। 1990 सियोल एशियाई गेम्स से डबल्स स्कल को शामिल किया गया है। भारत को अभी तक इसमें एक भी मेडल नहीं मिला था। वहीं सिंगल स्कल में भारत को 3 मेडल मिले थे। इसमें एक गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल शामिल है।