4 बैट, 12 खिलाड़ी, 2 साल पहले बनी टीम, मंगोलियाई महिला क्रिकेट टीम ने जीता सबका दिल


Mongolian cricket team: एशियन गेम्स के अपने दोनों मैच हारकर बाहर हो चुकी मंगोलिया महिला क्रिकेट टीम के जज्बे ने जीता सबका दिल

एशियन गेम्स में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश की क्रिकेट टीमें मेडल जीतने की पसंदीदा टीमों के रूप में उतरे हैं, क्योंकि ये चारों देश इस प्रतियोगिता में भाग ले रही टीमों की तुलना में क्रिकेट के पावरहाउस देश हैं।

लेकिन एशियन गेम्स के महिला क्रिकेट में एक टीम ऐसी भी है, जो महज दो साल पहले ही बनी है-इस टीम का नाम है मंगोलिया। मंगोलियाई महिला क्रिकेट टीम वैसे तो अपने दोनों मैच हारते हुए एशियन गेम्स से बाहर हो चुकी है, लेकिन उसके जज्बे ने सबको प्रभावित किया है। अपने पहला ही एशियन गेम्स खेलने के बावजूद हर तरफ मंगोलियाई क्रिकेट टीम के संघर्ष की चर्चा है।

4 बैट, 12 खिलाड़ी, मंगोलियाई महिला क्रिकेट टीम ने छोड़ी छाप

एशियन गेम्स 2023 की ओपनिंग सेरेमनी से पहले ही मंगोलिया महिला क्रिकेट टीम का सफर खत्म हो चुका था। टीम ने अपने दो मैचों में कुल 37 रन बनाए, लेकिन उनके प्रयासों और यहां तक पहुंचने की कहानी ने सबका दिल जीत लिया।

मंगोलिया की टीम अपने पहले मैच में महज 15 रन पर सिमटते हुए इंडोनेशिया से 172 रन हार गई। इसके अगले मैच में 22 रन पर सिमटते हुए हॉन्गकॉन्ग चीन के खिलाफ 180 रन से हार गई। संयोग से इंटरनेशनल क्रिकेट टूर्नामें में भी ये मंगोलियाई क्रिकेट टीम का डेब्यू था।

इन करारी हार के बावजूद मंगोलियाई टीम के जज्बे की हर ओर तारीफ हो रही है।

चाइना डेली की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगोलियाई टीम ने हांगझू एशियाड के लिए 100 से अधिक ओवरों के लिए यूज की जा चुकी गेंदों और सेकेंड हैंड प्रोटेक्टिव गियर से प्रैक्टिस की। मंगोलिया की 12 खिलाड़ियों की युवा टीम एशियन गेम्स के लिए केवल 4 बैट के साथ चीन पहुंची थी और ये बैट उन्हें केवल 10 दिन पहले उलानबटार में फ्रांसीसी राजदूत द्वारा दान किए गए थे।

इस रिपोर्ट के अनुसार, मंगोलिया की टीम को एक अप्रत्याशित डोनेशन का साथ मिला। श्रीलंका में जन्मे और 6 साल की उम्र में माता-पिता के साथ ऑस्ट्रेलिया में बसने और बाद में मलेशिया के लिए क्रिकेट खेलने वाले मंगोलिया के वर्तमान कोच टालल्ला ने कहा, “हमारे पास पूरी टीम के लिए चार बैट हैं और, क्या आप यकीन करेंगे कि फ्रांसीसी राजदूत ने 10 दिन पहले ये चारों हमें दान किए थे।”

उन्होंने कहा, ”वे फ्रांस में क्रिकेट नहीं खेलते हैं, लेकिन फ्रेंच राजदूत की पत्नी अंग्रेज हैं और उन्हें महिला क्रिकेट का बहुत शौक है। इसलिए हाल ही में इंग्लैंड की यात्रा पर उन्होंने टीम की अधिकांश किट खरीदीं थी।”

(एशियन गेम्स: 15 रन पर सिमटने के बाद अब 22 पर सिमटी मंगोलियाई टीम, बनाया सबसे खराब रिकॉर्ड)

मंगोलिया क्रिकेट में पहचान बनाने की कर रहा है कोशिश: कोच टालल्ला

मंगोलिया क्रिकेट टीम का सफर 2021 में आईसीसी द्वारा उन्हें एसोसिएट सदस्य देश का दर्ज दिए जाने के बाद शुरू हुआ था और मंंगोलिया महिला क्रिकेट टीम ने पहली बार एशियन गेम्स में हिस्सा लिया। इस टीम के कोच ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले और 1990 के दशक में मलेशिया की कप्तानी कर चुके एक श्रीलंकाई डेविड टालल्ला हैं।

एशियन गेम्स में हिस्सा लेने वाली मंगोलिया की 12 महिला क्रिकेटर्स ने महज दो साल पहले ही क्रिकेट खेलना शुरू किया था। उनके लिए एक और बड़ी दिक्कत मंगोलिया की कड़ी ठंड थी, जिसकी वजह से वह केवल 4-5 महीने ही तैयारी कर पाईं और वो भी आर्टिफिशियल पिचों पर, हांगूझ से पहले उन्होंने कभी टर्फ पिच देखी तक नहीं थी।

पहले मैच हारने के बाद कोच डेविड टालल्ला ने कहा था, “मुझे वास्तव में गर्व है – मुझे पता है कि हमने केवल 15 रन बनाए हैं लेकिन हमारी किसी भी लड़की ने दो साल से ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला है। ये पहली बार है जब उन्होंने टर्फ पिच देखी है।”

पहला मैच हारने के बाद मंगोलियाई खिलाड़ी रो रही थीं। उनके कोच टालल्ला ने कहा,”यह उनके लिए बहुत जबरदस्त है; मेरी सभी महिलाएं खेल के बाद रो रही थीं और मुझे लगता है कि यह तनाव से मुक्ति पाने की वजह से था।” कोच ने कहा,”वे खेल में नई हैं, वे खेल के प्रति बहुत भावुक हैं और वे केवल बेहतर ही होंगी। इसमें समय लगेगा। हम अभी दर्द से गुजर रहे हैं, हम कल भी दर्द से गुजरेंगे।”

टालल्ला का कहना है कि क्रिकेट मंगोलिया में बड़ा नहीं है लेकिन ये भारत में बहुत बड़ा है। लेकिन मंगोलिया इस खेल में अपनी जगह बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।

शनिवार को एशियन गेम्स के उद्घाटन समारोह के दौरान मंगोलिया के एथलीट दल ने जब परेड की तो उनके देशवासियों को अपनी क्रिकेट टीम पर जरूर गर्व हुआ होगा।

भले ही मंगोलिया महिला क्रिकेट टीम का सफर खत्म हो गया हो लेकिन अभी मंगोलिया पुरुष क्रिकेट टीम को 27 सितंबर से एशियन गेम्स में अपना अभियान शुरू करना बाकी है।


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