पतले हाथ-पैर, आंतों से चिपका पेट और पसलियों से चिपकी छाती, ये कुछ ऐसे लक्षण हैं जो बताते हैं कि शरीर को बिल्कुल पोषण नहीं मिल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के चौंकाने वाले आंकड़े बताते हैं कि दुनिया में 462 मिलियन लोगों का वजन जरूरत से भी कम है। पीला शरीर, सफेद आंखें, कमजोरी, थकान भी पोषण की कमी का लक्षण है।
शरीर की कमजोरी कैसे दूर करें? कई बार लोगों को पौष्टिक खाना नहीं मिलता और कई बार मिलने के बावजूद वो न्यूट्रिशन शरीर को नहीं लगता। कुछ पोषक तत्वों को सही तरीके से काम करने के लिए दूसरे पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इसलिए डाइटिशियन श्वेता जे पांचाल ने पोहा, योगर्ट, ग्रीन टी, हल्दी और दाल को अकेला नहीं खाने की सलाह दी है।
खाने की जोड़ियां कैसे बनाएं?
पोहा और नींबू
हेल्दी और झटपट बनने वाले ब्रेकफास्ट में पोहा जरूर आता है। यह काफी पौष्टिक होता है और डाइटिशियन श्वेता के मुताबिक इसमें बहुत सारा आयरन होता है। अफसोस अधिकतर लोग इसकी ताकत से अनजान हैं और उन्हें ये भी नहीं पता कि आयरन के बेहतर अवशोषण के लिए विटामिन सी की जरूरत होती है। जो कि नींबू से मिलता है और इसलिए आपको पोहा के ऊपर नींबू डालकर खाना चाहिए। आयरन से खून की भरपाई होती है और नसों में जान आती है।
गलत तरीके से खा रहे हैं ये फूड
योगर्ट और नट्स
योगर्ट खाने से खोखली हड्डियों में जान आती है और यह मसल्स को भी ताकतवर बनाता है। मगर इसमें फाइबर नहीं होता जो अच्छे डायजेशन के लिए जरूरी है। इसलिए इसके साथ नट्स का कॉम्बिनेशन बनाकर खाना चाहिए। इससे आपको हेल्दी फैट्स और फाइबर मिल जाएगा।
ग्रीन टी में डालें नींबू
इम्यूनिटी बढ़ाने से लेकर वेट लॉस तक में ग्रीन टी मदद करती है। लेकिन क्या आप चाहते हैं कि इस हेल्दी ड्रिंक्स की ताकत और ज्यादा बढ़ जाए। तो इसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिला लें। विटामिन सी से एंटीऑक्सीडेंट्स को सोखने की क्षमता बढ़ जाती है और एड़ी से लेकर चोटी तक फायदा ही फायदा मिलेगा।
हल्दी और काली मिर्च
खाने से लेकर दूध तक हल्दी मिलाकर सेवन किया जाता है। क्योंकि इसमें करक्यूमिन होता है जो एंटी इंफ्लामेटरी, पेन किलर और ना जाने कितने फायदे देता है। अगर आप चाहते हैं कि हल्दी खाने के बाद तुरंत आराम मिल जाए तो इसके साथ थोड़ी काली मिर्च पाउडर भी मिला लें। साथ में देसी घी जैसा हेल्दी फैट भी मिला सकते हैं। इससे करक्यूमिन और पाइपराइन तुरंत असर दिखाने लगेंगे।
दाल के साथ चावल
घरों में दाल के साथ चावल जरूर बनते हैं और यह खाने में उतने ही लाजवाब लगते हैं। लेकिन इस टेस्ट में एक बेमिसाल फायदा जुड़ा हुआ है। दाल-चावल एक कंप्लीट डाइट है, जिसमें दाल का लाइसिन प्रोटीन और चावल के सल्फर अमिनो एसिड के साथ फाइबर, विटामिन बी, कार्ब्स सबकुछ मिल जाता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।