टोंक23 मिनट पहले
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मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा फूड पैकेट अब नहीं बांटे जाएंगे। इसकी वजह अन्य जिले में करवाई गई जांच में सैंपल फेल पाना है।
राशन डीलर्स द्वारा बांटे जा रहे मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा फूड पैकेट अब नहीं बांटे जाएंगे। इसकी वजह अन्य जिले में करवाई गई जांच में सैंपल फेल पाना है। अब सरकार के निर्देश पर जिले सहित अन्य जगह से स्टॉक में बचे इन फूड पैकेट्स का वितरण रोक दिया है। इन्हें वापस मंगवाया जा रहा है और इनकी जगह जांच पड़ताल में खरे उतरे फूड पैकेट्स को राशन डीलरों को भेजे जा रहे हैं। फिर उन्हें पात्र लोगों को बांटे जाएंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री निशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना का शुभारंभ किया था। जिले में भी इस योजना में करीब 2 लाख 48 हजार परिवार पात्र हैं। ऐसे में इस योजना के तहत जिले में भी करीब 2 लाख 48 हजार लोगों को ये पैकेट बंटने थे। इसके लिए सरकार की ओर से अधिकृत की गई सप्लाई एजेंसी ने जिले के सभी राशन डीलरों के फूड पैकेट पहुंचाए गए। जिले में भी पिछले दिनों तक करीब 2 लाख फूड पैकेट पहुंच चुके थे। इसी बीच करीब एक सप्ताह पहले सरकार की ओर से रसद विभाग द्वारा राशन डीलरों तक सूचना करवाई गई कि ये फूड पैकेट के सेंपल फेल हो गए हैं। ये स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। ये खाने योग्य नहीं हैं। जो बचे हैं उन्हें बांटे नहीं, उन्हें वापस भिजवाएं। इसके बाद से इनका वितरण रोक दिया है। अब जिन राशन डीलर के पास फूड पैकेट बचे हैं उनका वितरण रोक दिया है। अब नए पैकेट आने का इंतजार कर रहे हैं।
पैकेट्स में मिल रहा यह सामान
निशुल्क फूड पैकेट्स में एक किलो चना, दाल, चीनी और ऑयोडीन युक्त नमक, एक लीटर सोयाबीन रिफाइंड खाद्य तेल, 100-100 ग्राम मिर्च-धनिया और 50 ग्राम हल्दी पाउडर मिलेगा।
सैंपल फेल होने से सरकार ने रुकवाए
जिला रसद अधिकारी मोहन देव ने बताया कि अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से जुड़े परिवारों को प्रतिमाह राशन की दुकान से बंटवाना शुरू किया था। इस महीने कई अन्य जगह इसके सैंपल फेल हो गए हैं। ऐसे में पुराने फूड पैकेटस् का वितरण रुकवाया है। अब नए पैकेट आ रहे हैं। जल्द नए पैकेट्स बंटवाएंगे।