
धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम (साभार -X)
तस्वीर साभार : भाषा
मुख्य बातें
- धर्मशाला में हाइब्रिड पिच का अनावरण
- हाइब्रिड पिच के आने से बदल जाएगा क्रिकेट
- मौसम और जगह बदलने पर भी पिच होगी मनमाफिक
Hybrid Pitch: क्रिकेट के खेल में नयी खोज और तकनीक से कई बदलाव आने के बावजूद पिच की तैयारी पारंपरिक ही रही है लेकिन अब ‘हाइब्रिड पिचों’ की शुरुआत ने इसमें भी धीरे-धीरे ही सही, बड़े बदलाव के संकेत दे दिये हैं। ब्रिटेन स्थित हाइब्रिड पिच निर्माता ‘एसआईएसग्रास’ इस नवाचार में सबसे आगे है और कंपनी के लिए सबसे बड़ी चुनौती किसी मैच के दौरान इस तरह की पिचों पर खेलने की परिस्थितियों के स्तर को बरकरार रखने की होगी।
‘एसआईएसग्रास’ ने हालांकि इस कार्य को पूरा करने में विश्वास व्यक्त किया। भारत में हालांकि अलग तरह की चुनौती है जहां एक शहर से दूसरे शहर के मौसम और परिस्थितियों में बड़ा बदलाव होता है। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर और अब एसआईएसग्रास के अंतरराष्ट्रीय बिक्री निदेशक पॉल टेलर ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘आप (हाइब्रिड पिच पर) खेलने की परिस्थितियों को नियंत्रित कर सकते हैं क्योंकि वे मौलिक रूप से नहीं बदलते हैं। आप पिच में नमी की मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं।’’
सोमवारा को होगा हाइब्रिड पिच का अनावरण
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप सूखी पिच पर खेलना चाहते हैं, तो आप सूखी पिच पर खेल सकते हैं। अगर आप पिच पर अधिक घास छोड़ना चाहते हैं, तो आप ऐसा कर सकते हैं।’’ धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में आईपीएल अध्यक्ष अरुण धूमल और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में सोमवार को भारत की पहली हाइब्रिड पिच का अनावरण किया गया।
स्पिन गेंदबाजों को मिलेगी मदद
भारतीय के संदर्भ में हाइब्रिड पिचों के उपयोग को लेकर टेलर ने कहा कि वे स्पिनरों को पारंपरिक रूप से तैयार की गई पिचों की तरह ही मदद करेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘गेंद स्पिन करेगी। हमने वास्तव में जो पाया है वह यह है कि समय के साथ स्पिन गेंदबाजों को हाइब्रिड पिच से प्राकृतिक पिच की तुलना में अधिक उछाल मिलेगा।’’ इंग्लैंड के इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि हाइब्रिड पिच की तैयारी का पूरा नियंत्रण ग्राउंड स्टाफ के पास होगा।