अलवर के ‘रजनीकांत’ के नाश्ते का हर कोई दीवाना, स्वाद ऐसा कि बोल पड़ेंगे वाह


पीयूष पाठक/अलवर: अलवर शहर स्वाद के दीवानों के लिए स्वर्ग है. यहां आपको हर बजट और हर स्वाद के लिए खाने के विकल्प मिल जाएंगे. हालांकि रोजमर्रा के काम करने वाले लोग कम कीमत का खाना प्रेफर करते हैं. अलवर शहर के कटले में स्थित जितेंद्र नाश्ते की दुकान लोगों को कम कीमत पर अच्छा स्वाद उपलब्ध कराती है. इसी के चलते उनकी दुकान पर लोगों की सुबह से लेकर शाम तक भीड़ रहती है. कटला के संडे बाजार में आने वाले लोगों के लिए यह दुकान किसी बड़े होटल से कम नहीं है. जितेंद्र का नाम जितेंद्र नहीं बल्कि रजनीकांत के नाम से ज्यादा फेमस है. लोग इन्हें रजनीकांत के नाम से जानते हैं. यह दुकान आज से करीब 33 सालों से लग रही है.

दुकान लगाने वाले जितेंद्र उर्फ रजनीकांत ने बताया की इस काम की शुरूआत उनके पिताजी ने 33 साल पहले की थी. आज जितेंद्र इस काम को संभाल रहे हैं. जितेंद्र ने बताया कि कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता. भूखे लोगों को खाना खिलाना सबसे बड़ा धर्म है. पूरे अलवर में हमारी दुकान पर कम कीमत पर लोगों को नाश्ता उपलब्ध रहता है. हम इस काम की शुरुआत सुबह 4 बजे से करते हैं और लोगों को हमारी दुकान पर 7 बजे से शाम को 5 बजे तक नाश्ता उपलब्ध रहता है. अलवर का कटला बाजार एक में लोकेशन है. यहां से निकलने वाले हर व्यक्ति ने हमारी दुकान का स्वाद चखा है. बाजार में खरीदारी करने वाले लोग हमारी दुकान पर आकर नाश्ता करते हैं.

लोगों के लिए परफेक्ट है इनकी दुकान
जितेंद्र ने बताया कि हमारे यहां पर कई तरह के व्यंजन लोगों को मिलते हैं. जिनमें समोसा, कचोरी, सिंपल पराठा, आलू पराठा, आलू प्याज पराठा, पनीर पराठा, छोले भटूरे, छोले चावल सहित अन्य चीज मिलती है. इनकी दुकान पर चटपटा स्वाद लेने वाले लोगों की भीड़ सुबह से शाम तक रहती है. जितेंद्र की दुकान पर 20 रुपए में समोसा, कचोरी, छोले चावल 40 रुपए, पराठे 60 रुपए में 2 दिए जाते हैं.

छोले चावल के फैन है बैंक अधिकारी
जितेंद्र ने बताया कि हमारे यहां पर आने वाले लोगों में सबसे ज्यादा समोसे व पराठा ज्यादा पसंद आता है. इसके साथ ही हमारे यहां से आसपास के बैंकों में भी नाश्ता पहुंचाया जाता है. हमारी दुकान के छोले चावल की प्लेट के बैंक अधिकारी भी दीवाने हैं. लंच के समय में नियमित रूप से छोले चावल बैंक के अधिकारियों द्वारा मंगवाया जाता है.

संडे के दिन लगती है जबरदस्त भीड़
जितेंद्र ने बताया हमारे रेगुलर कस्टमर के अलावा संडे के दिन कटले में जो बाजार लगता है, जिसमें दुकानदार व ग्राहक बाहर से आते हैं, वह बड़ी संख्या में हमारी दुकान पर आकर नाश्ता करते है व खाना खाते हैं. बाहर से आने वाले लोगों के लिए हमारी दुकान किसी होटल व ढाबे से कम नहीं है.

Tags: Food, Food 18, Street Food


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *