भोपाल32 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
भोपाल में पेंडेंसी भी 30 प्रतिशत तक कम हो जाएगी
मध्यप्रदेश में फूड सैंपल की जांच के लिए अभी सिर्फ एक मात्र लैब भोपाल में है। प्रदेश भर से अभी जांच के लिए फूड के 12 हजार से ज्यादा सैंपल आते हैं। इनमें से करीब 7 से 8 हजार की जांच हो पाती है, जबकि करीब 4 से 5 हजार पेंडिंग चल रहे हैं।
एक सैंपल की जांच नियमानुसार 14 दिन में होना चाहिए, लेकिन कई सैंपल का जांच के लिए नंबर दो से तीन महीने में आ पाता है। सितंबर के अंत तक इंदौर की लैब शुरू हो जाएगी। इसके बाद भोपाल में सैंपलों की जांच का वक्त आधा हो जाएगा, यानी करीब 1 महीने में जांच रिपोर्ट आ जाएगी।
वरिष्ठ खाद्य अधिकारी डीके वर्मा ने बताया कि इसके शुरू होने से भोपाल की लैब का बोझ 30% तक कम हो सकेगा। इंदौर के अलावा दो अन्य लैब ग्वालियर और जबलपुर में भी तैयार हो रही हैं। उनके शुरू होने के बाद प्रदेश में फूड सैंपलों की जांच समय पर हो सकेगी। इधर, भोपाल की लैब को 30 नियमित कर्मचारी मिल गए हैं, इससे भी सैंपलिंग जल्द करने में आसानी होगी।