एक्‍सपर्ट ने बताया ध्‍यान भटकाकर खिलाना क्‍यों है गलत


माता-पिता को अक्‍सर छोटे बच्‍चों के खाना न खाने की परेशानी से जूझना पड़ता है। खाना खिलाने के लिए वे या तो उन्‍हें फोन दिखाते हैं या फिर उनके आगे पीछे घूमते रहते हैं। नखरीले बच्‍चों के साथ ये समस्‍या सबसे ज्‍यादा होती है। ऐसे में बच्‍चों को खाना खिलाना पेरेंट्स के लिए मुश्किल टास्‍क बन जाता है। हालांकि, आजकल कई पैरेंटस बच्‍चों को खाना खिलाने के लिए डिस्‍ट्रेक्‍शन फीडिंग का तरीका अपना रहे हैं।

इसमें वे बच्‍चों को टेस्‍टी खाने की ओर उनका ध्‍यान भटकाकर कोई दूसरी चीज खिलाते हैं, जो हेल्‍दी होती है। अच्‍छी बात तो यह है कि यह तरीका फुल वर्क करा रहा है। पीडियाट्रिशियन डॉ. संतोष यादव के अनुसार, यह गलत है। ऐसा करने से बच्‍चे को कभी फूड सेंस नहीं हो पाता। भविष्‍य में ऐसे बच्‍चे डिफिकल्‍ट ईटर्स रहते हैं। एक या दो बार यह तरीका अच्‍छा है, लेकिन आप हर बार बच्‍चे को इसी तरह से खाना खिला रहे हैं, तो ऐसा करना छोड़ दीजिए।

डॉ. संतोष ने शेयर किया ये वीडियो

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​क्‍या होती है डिस्ट्रैक्शन फीडिंग

​क्‍या होती है डिस्ट्रैक्शन फीडिंग

छोटे बच्चों के माता-पिता अक्सर उन्हें खाना खिलाने के लिए विचलित आहार का उपयोग करते हैं। खाने के दौरान ध्यान भटकाने के लिए या तो वे उन्‍हें हवाई जहाज उड़ाकर दिखाते हैं या फिर मोबाइल या टीवी में कार्टून चला देते हैं। कई लोग उनका ध्‍यान भटकाने के लिए खुद नाचने या गाने लगते हैं। इससे बच्‍चे का ध्‍यान न खाने से हटकर इन चीजों पर लग जाता है।

​डिस्ट्रैक्शन फीडिंग क्‍यों काम करती है

​डिस्ट्रैक्शन फीडिंग क्‍यों काम करती है

डिस्ट्रैक्शन फीडिंग इसलिए काम करती है, क्‍योंकि आपका बच्चा भोजन से विचलित होता है और प्लेट में नए भोजन से घबराने पर ध्यान केंद्रित नहीं करता है। उनकी इंद्रियां ध्यान भटकाने में व्यस्त रहती हैं, इसलिए वे नए खाद्य पदार्थ आजमाने, गैर-पसंदीदा भोजन खाने या ज्‍यादा भोजन खाने से भी मना नहीं करते हैं।

क्‍यों गलत है डिस्ट्रैक्शन फीडिंग

क्‍यों गलत है डिस्ट्रैक्शन फीडिंग

ध्यान भटकाकर खाना खिलाना निश्चित रूप से विवादास्पद है, क्योंकि अगर कोई बच्चा विचलित होकर खाना खा रहा है तो वह अपने भोजन के प्रति उतना जागरूक नहीं होता है और न ही अपने शरीर के साथ तालमेल बिठा पाता है।

इससे बच्चे को यह पता नहीं चल पाता कि उनका पेट कब भर गया है और कब उन्हें खाना बंद कर देना चाहिए। जिससे बाद में उसे मोटापा वजन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। हो सकता है कि वह बाद में भी खाने का स्वाद लेना न सीख सके।

​तो कैसे खिलाएं बच्‍चे को खाना?

​तो कैसे खिलाएं बच्‍चे को खाना?

– खेलते समय खाना खिलाना या पहेली सुलझाना
– अपने बच्चे को किताब पढ़ाना
– संगीत सुनना
– फ़्लैश कार्ड
– टीवी देखना

डिस्ट्रैक्शन फीडिंग कुछ समय के लिए ठीक है। लेकिन बार-बार ऐसा करने से बच्‍चा अपनी थाली में नए खाद्य पदार्थ को देखकर परेशान हो सकता है। अगर आपको लगता है कि इस तरीके से बच्‍चे का पेट भर रहा है, तो उसे वह खाना दिखाएं, जो वह खा रहा है। उसे बताएं कि इस खाने को क्‍या कहते हैं ताकि उसे पता हो, कि उसने क्‍या खाया है। इससे बच्‍चे को जानने में मदद मिलेगी कि उसे ये खाना पसंद है।


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