सरसों के साग के साथ मक्के की रोटी खाने का मजा ही अलग है। इसे खाकर वजन को बहुत जल्दी कम किया जा सकता है। अगर एक्सरसाइज से वेट लॉस नहीं हो पा रहा है तो जरूर आपकी डाइट में वेट लॉस फूड नहीं है। रेगुलर चपाती की जगह मक्के की रोटी खाने से शरीर को मजबूत और ताकतवर बनाया जा सकता है।
सरसों, पालक या अन्य साग प्रोटीन, फाइबर, आयरन जैसा महत्वपूर्ण न्यूट्रिशन देता है। यह फूड अकेला ही शरीर को अनगिनत फायदे देता है, जिन्हें मक्के का आटा कई गुना बढ़ा देता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, लो कैलोरी और लो जीआई वैल्यू होती है, जो इसे बेली फैट हटाने के लिए बेस्ट फूड बनाता है।
आसानी से पिचक जाएगा पेट
मक्के की रोटी लो कैलोरी फूड है, जिससे फैट जल्दी बर्न होता है। इसमें बहुत सारा फाइबर है जो भूख कंट्रोल करता है और आप कम खाते हैं। इसके साथ प्रोटीन की मौजूदगी मसल्स को घटने से बचाती है, जिससे वेट लॉस के साथ ताकत बनी रहती है और कमजोरी नहीं आती।
कब्ज और बवासीर का खतरा खत्म
कब्ज और बवासीर एक साथ जुड़ी हुई बीमारी हैं, मगर मक्के की रोटी खाने वालों की इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए। इस आटे का फाइबर मल को मुलायम बनाकर बाहर निकलने में मदद करता है और पेट साफ हो जाता है।
एक्सरसाइज के बिना वेट लॉस
ग्लूटेन फ्री
मक्की का आटा एकदम ग्लूटेन फ्री है, जिस वजह से यह हर किसी के लिए हेल्दी है। ग्लूटेन सेंसिटिविटी और सीलिएक डिजीज के मरीज भी इसे बिना किसी खतरे के खा सकते हैं। ध्यान रखें कि इनके लिए गेहूं या उसका आटा खाना खतरनाक हो सकता है।
विटामिन और मिनरल
मक्के के आटे में पोषण की कोई कमी नहीं है। यूएसडीए के अनुसार (ref.), इसमें प्रोटीन, फाइबर के साथ कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, जिंक, कॉपर, विटामिन सी, विटामिन बी और विटामिन ए की भरमार है।
बुढ़ापे के लक्षण रहेंगे दूर
मक्के का आटा कार्बोहाइड्रेट का एक अच्छा सोर्स है, जिससे लगातार एनर्जी मिलती रहती है। इसमें ल्युटिन और जेक्सैंथिन नाम के एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो उम्र बढ़ने के लक्षणों को कंट्रोल करते हैं।
दूर रहेंगी दिल की बीमारी
हार्ट अटैक के बढ़ने मामलों को देखकर डाइट में ऐसे फूड शामिल करने चाहिए, जो दिल की बीमारी से बचाव करते हों। मक्के की रोटी सॉल्यूबल फाइबर से गंदे कोलेस्ट्रॉल को कम करती है और दिल की बीमारी से बचाती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।