
एप्पल को क्यों रफा-दफा करना पड़ा अपना इलेक्ट्रिक कार का सपना
Apple Cancels Electric Car Plan: एप्पल को दुनिया की सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी के रूप में जाना जाता है और दुनिया भर में एप्पल के करोड़ों फैन्स मौजूद हैं। दशक भर पहले एप्पल ने अपनी खुद की इलेक्ट्रिक कार बनाने और इसे लॉन्च करने का फैसला किया था और तब से एप्पल के फैन्स बेसब्री से इस इलेक्ट्रिक कार का इंतजार करने लगे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी का इलेक्ट्रिक कार बनाने का सपना टूट चुका है और माना जा रहा है कि इलेक्ट्रिक कार के अपने प्रोजेक्ट को बंद करने के बाद कंपनी को छंटनी भी करनी पड़ सकती है।
ऐतिहासिक प्रोजेक्ट हुआ खत्मइलेक्ट्रिक कार बनाने के इस प्रोजेक्ट को एप्पल के इतिहास का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट माना जा रहा था। मामले से जुड़े लोगों ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया है कि इस मामले से लगभग 2000 कर्मचारी जुड़े हुए थे और हाल ही में कंपनी ने इस प्रोजेक्ट को बंद करने के बारे में कर्मचारियों को सूचना दी है। मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि कर्मचारियों को इस प्रोजेक्ट के बंद होने के बारे में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर जेफ विलियम्स और केविन लिंच ने बताया था।
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कर्मचारियों का क्या?
जहां एक तरफ कंपनी के इस प्रोजेक्ट के बंद होने की वजह से छंटनी की जा सकती है, वहीं खबर ये भी है कि कर्मचारियों को एप्पल की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डिविजन में शिफ्ट किया जा सकता है। एप्पल के इलेक्ट्रिक कार प्रोजेक्ट से जुड़े कमर्चारी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और जनरेटिव AI से संबंधित प्रोजेक्टों पर काम करेंगे। एप्पल की कार टीम में बहुत से हार्डवेयर इंजिनियर और कार डिजाइनर भी हैं और माना जा रहा है कि ये कर्मचारी भी एप्पल टीम में मौजूद अन्य भूमिकाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं।
क्यों कैंसल हुआ इलेक्ट्रिक कार का प्लान?
दरअसल हाल ही में दुनिया भर के कार निर्माताओं ने इलेक्ट्रिक वाहनों में अपनी इन्वेस्टमेंट में कटौती करनी शुरू कर दी है। दुनिया भर में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में कमी देखने को मिल रही है जिस वजह से कंपनियों को अपनी इन्वेस्टमेंट में कटौती करनी पड़ी है और माना जा रहा है कि इसी वजह से एप्पल को अपना इलेक्ट्रिक कार का दशक भर पुराना सपना छोड़ना पड़ा है।