इसमें भी भारत क्रिकेट की धुरी रहा है। अब 2028 लॉस एंजिलिस खेलों में टी20 क्रिकेट की वापसी से खेल और व्यवसाय दोनों लिहाज से फायदा नजर आ रहा है।ओलंपिक क्रिकेटरों को ऐसा मंच देगा जो शायद विश्व कप से भी बड़ा होगा। ओलंपिक पदक गले में पहने पोडियम पर खड़े होकर राष्ट्रगान सुनने पर जो गौरव अनुभव होता है, उससे क्रिकेट अभी तक वंचित रहे हैं।
कैरेबियाई राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों के संघ के अध्यक्ष कीथ जोसेफ ने कहा , ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किया जाना शानदार खबर है । इससे क्रिकेट की वैश्विक छवि बनेगी ।उन्होंने लॉस एंजिलिस खेलों में क्रिकेट को शामिल किये जाने के आईसीसी के प्रयासों का पुरजोर समर्थन किया था।उन्होंने कहा , टी20 युवा दर्शको को लुभाता भी है । अमेरिका 2024 में टी20 विश्व कप का सह मेजबान है जो ओलंपिक से पहले खेल की लोकप्रियता बढाने में मददगार होगा ।
वैसे यह सोचना गलत है कि महज ओलंपिक में शामिल होने से क्रिकेट फुटबॉल की तरह लोकप्रिय हो जायेगा। आईसीसी महिला और पुरूष टी20 रैंकिंग में क्रमश: 66 और 87 देश हैं जबकि फीफा पुरूष टीम रैंकिंग में 207 और महिला वर्ग में 186 देश हैं।वैसे टी20 प्रारूप अफ्रीका, यूरोप और लातिन अमेरिका तक पहुंच गया है।
बीसीसीआई के एक अनुभवी प्रशासक ने कहा , क्रिकेट को वैश्विक दर्शकों तक ले जाने के लिये यह पहला कदम है। अमेरिका बड़ा बाजार है और वहां उपमहाद्वीप के काफी लोग हैं। वैसे क्रिकेट को अभी लॉस एंजिलिस खेलों में ही शामिल किया गया है। उम्मीद है कि इसे ब्रिसबेन (2032) में भी शामिल किया जायेगा क्योंकि आस्ट्रेलिया में क्रिकेट काफी लोकप्रिय है।वैसे क्रिकेट की राह में काफी अड़चनें हैं। अधिकारी और खिलाड़ी आईओसी, आइ्रओए और वाडा के कई प्रावधानों का पालन नहीं करना चाहते जिनमें रहने के ठौर ठिकाने की जानकारी देने का प्रावधान शामिल है। (भाषा)
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