कार के 6 Airbags भी नहीं बचा पाएंगे आपकी जान, अगर नहीं मिली इतनी Safety Rating


हाइलाइट्स

कार में एयरबैग से साथ मजबूती भी है जरूरी.
कई एयरबैग वाली कारें भी हैं अनसेफ.
5-स्टार रेटिंग वाली कारें सबसे बेहतर.

नई दिल्ली. कार में बैठने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए एयरबैग महत्वपूर्ण होते हैं. पहले देश में बिकने वाली ज्यादातर कारों में एक या दो एयर बैग होते थे, लेकिन अब गाड़ियों में 4 और 6 एयरबैग दिए जाने लगे हैं. कार में जितने ज्यादा एयरबैग होंगे उसमें यात्रियों की सुरक्षा उतनी ही बेहतर होगी. हालांकि, यात्रियों की सुरक्षा के लिए केवल कार के अंदर वाले सेफ्टी फीचर्स ही जरूरी नहीं है. आपको बता दें कि कई ऐसी कारें हैं जिनमें 6 एयरबैग्स तो मिलती हैं लेकिन उनकी सेफ्टी रेटिंग अच्छी नहीं है.

ऐसा भी देखा गया है कि भारत में बिकने वाली कुछ सेफ्टी फीचर्स से भरपूर कारों का भी प्रदर्शन क्रैश टेस्ट में बेहद खराब रहा है. अगर कुछ प्रीमियम कारों की रेटिंग को देखें तो मारुति बलेनो और आई20 जैसी प्रीमियम हैचबैक कारें भरपूर सेफ्टी फीचर्स के बावजूद क्रैश टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन नहीं दे पाई हैं. हाल ही में ब्राजील के बाजार में Hyundai i20 का क्रैश टेस्ट किया गया था. इसे HB20 के नाम से ब्राजील में बेचा जाता है. कार के 6 एयरबैग वेरिएंट को क्रैश टेस्ट में केवल 3 स्टार ही मिले हैं.

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ग्लोबल NCAP में भी खराब प्रदर्शन
Hyundai i20 का प्रदर्शन ग्लोबल NCAP में भी अच्छा नहीं रहा है. ग्लोबल एनसीएपी क्रैश टेस्ट में 2019 मॉडल की ये कार 1 स्टार लाने में भी कामयाब नहीं रही और इसे 0 रेटिंग मिली थी. वहीं नए मॉडल का प्रदर्शन अच्छा रहा है. 6 एयरबैग वाले नए मॉडल को 2023 में किए गए क्रैश टेस्ट में तीन स्टार रेटिंग मिली है.

कई सेफ्टी फीचर्स से लैस है कार
HB20 के जिस वेरिएंट का क्रैश टेस्ट किया गया उसमें फ्रंटल एयर बैग, साइड हेड कर्टेन एयरबैग, बेल्ट प्रीटेंशनर, बेल्ट लोड लीमीटर, सीट बेल्ट रिमाइंडर, ईएससी, स्पीड असिस्ट सिस्टम जैसे स्टैंडर्ड फीचर्स है. 6 एयरबैग रहने के बाद यह केवल 3 रेटिंग लाने में कामयाब रही. एडल्ट सेफ्टी में इस कार ने 68% स्कोर किया. टेस्टिंग में फ्रंटल इम्पैक्ट, साइड इम्पैक्ट और व्हिप्लैश को शामिल किया गया था. क्रैश टेस्ट में बॉडीशेल को अस्थिर पाया गया. वहीं चाइल्ड प्रोटेक्शन में इसने थोड़ा बेहतर प्रदर्शन देते हुए 75% स्कोर किया.

कितनी रेटिंग होती है बेस्ट?
बता दें कि क्रैश टेस्ट में 5-स्टार लाने वाली कारें सुरक्षा के नजरिये से सबसे बेहतर मानी जाती हैं. भारत में टाटा मोटर्स, महिंद्रा, टोयोटा, फॉक्सवैगन और स्कोडा जैसी कंपनियां अपनी सेफ कारों जानी जाती हैं. कार का बॉडीशेल जितना स्थिर होगा उसे क्रैश टेस्ट में उतनी बढ़िया रेटिंग मिलती है.

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