मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग के साथ मुंबई आ रहे मनोज जरांगे पाटिल को पुलिस ने नोटिस जारी की है। मुंबई पुलिस ने नोटिस में कहा है कि शहर का कोई भी मैदान इतनी भारी भीड़ को समायोजित नहीं कर सकता है और उन्हें अपना आंदोलन नजदीकी नवी मुंबई में करना चाहिए। जरांगे अपने हजारों समर्थकों के साथ महाराष्ट्र की राजधानी की तरफ बढ़ रहे हैं। जरांगे ने 26 जनवरी से दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में अपना विरोध-प्रदर्शन शुरू करने की योजना बनाई है। पुलिस ने सुझाव दिया है कि वह नवी मुंबई के खारघर इलाके में ‘इंटरनेशनल कॉरपोरेट पार्क’ का विकल्प चुनें। यह नोटिस आजाद मैदान पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 149 के तहत जारी किया है। यह धारा पुलिस को संज्ञेय अपराधों को रोकने के लिए कदम उठाने की शक्ति देती है।
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मुंबई कूच के दौरान मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल।
कोर्ट के आदेशों का दिया हवाला
नोटिस में कहा गया है कि जरांगे को आंदोलन करने के संबंध में समय-समय पर सुप्रीम कोर्ट और बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा पारित निर्देशों का पालन करना चाहिए और यदि प्रदर्शनकारी इन निर्देशों का पालन करने में विफल रहते हैं, तो इसे अदालत की अवमानना माना जाएगा। 20 जनवरी को हजारों समर्थकों के साथ जालना जिले से मुंबई की ओर मार्च पर निकले जरांगे मांग कर रहे हैं कि राज्य सरकार नौकरियों और शिक्षा में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत मराठा समुदाय को आरक्षण दे,तो वहीं लोनावाला से मुंबई की तरफ कूच करते हुए जरांग पाटिल ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्रियों (देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार) से एकसाथ आकर मराठा आरक्षण मुद्दा हल करने की अपील की।
हम मनोरंजन के लिए नहीं आ रहे
जरांगे ने कहा कि हम यहां मनोरंजन के लिए नहीं आए हैं। मराठा समुदाय की ओर से मैं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्रियों देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार से अपील करता हूं कि वे चर्चा के लिए एक साथ आएं और मुद्दे का समाधान खोजें। यह पूछे जाने पर कि क्या मुंबई पुलिस ने उन्हें शहर के आजाद मैदान में धरना देने की अनुमति दी है, जरांगे ने कहा कि वहां एक मंच बनाया जा रहा है। इससे पहले, लोनावला में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए जरांगे ने उनसे शांत रहने और उत्तेजित न होने की अपील की और कहा कि उनका विरोध शांतिपूर्ण है। मनोज जरांगे के मुंबई कूच पर राज्य की सियासत भी गरमाने लगी है। महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि एकनाथ शिंदे सरकार ने आरक्षण पर मराठों को गुमराह किया और यही कारण है कि समुदाय के सदस्य मुंबई मार्च कर रहे हैं।
सीएम ने फिर दिया भरोसा
पटोले ने पूछा कि मराठा समुदाय का मुंबई आना शिंदे-भाजपा सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है। शिंदे-फडणवीस-अजित पवार सरकार ने मराठा समुदाय को गुमराह किया। जरांगे के साथ चर्चा करने वाले दोनों मंत्री कहां छिपे हुए हैं। मनोज जरांगे पाटिल के मुंबई कूच और मराठा आरक्षण देने पर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहस्पतिवार को दोहराया कि उनकी सरकार अन्य समुदायों को दिए जा रहे आरक्षण में छेड़छाड़ किए बिना मराठा समुदाय को कोटा देने को लेकर प्रतिबद्ध है। सतारा जिले में स्थित अपने गृहनगर में शिंदे ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि अधिकारी तेजी से सर्वेक्षण कार्य को पूरा करने में जुटे हैं ताकि साबित किया जा सके कि मराठा समुदाय सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ा है।