मैच में क्या हुआ था?
बुमराह की गेंद क्राउली के पैड से टकराई। अपील पर अंपायर कुमार धर्मसेना ने क्राउली को आउट करार दिया। क्राउली ने फैसले के रिव्यू की मांग की। हॉक आई में गेंद पिचिंग जोन के बाहर ऑफ साइड में गिरती दिखी, लेकिन इम्पैक्ट उसका लाइन में दिखा। हालांकि ऐसा लगा कि गेंद लेग स्टंप के बहुत ही महीन हिस्से ही छू पा रही है। लेकिन क्योंकि अंपायर ने इसे पहले ही आउट करार दिया था तो इंग्लैंड का रिव्यू क्राउली के काम नहीं आया। इससे पहले भी विशाखापत्तनम टेस्ट में कुलदीप यादव की गेंद पर क्राउली एलबीडब्ल्यू आउट दिए गए थे और तब भी स्टोक्स ने फैसले को गलत बताया था।
क्या है अंपायर्स कॉल?
अंपायर्स कॉल क्रिकेट में डीआरएस का ही एक हिस्सा होता है। जब कोई बल्लेबाज या गेंदबाज मैदानी अंपायर के फैसले से खुश नहीं होता है तो वो इसके खिलाफ रिव्यू लेता है। तब एलबीडब्ल्यू के संदर्भ में थर्ड अंपायर रीप्ले और बॉल ट्रैकिंग के जरिए नतीजे तक पहुंचने की कोशिश करता है। अगर मैदानी अंपायर ने बल्लेबाज को आउट दिया है तो रिव्यू में गेंद विकेट पर टच होगी तब भी बल्लेबाज आउट होगा। अगर अंपायर ने आउट नहीं दिया और गेंदबाजी टीम ने डीआरएस लिया तो गेंद का 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा विकेट पर टकराना चाहिए, तभी बल्लेबाज आउट होगा। अगर गेंद 50 प्रतिशत से कम विकेट टकरा रही है तो उसके विकेट पर लगाने के बाद भी बल्लेबाज आउट नहीं होगा।
बॉल ट्रैकिंग के तीन जोन
इस फेहरिस्त में सबसे पहला नंबर आता है पिचिंग जोन का। यानी स्टंप्स के दोनों सेटों के बीच का क्षेत्र, जिसकी सीमा दोनों छोर से बाहरी स्टंप्स तक होती है। दूसरा होता है इम्पैक्ट जोन, जहां बॉल पहली बार पैड या बैट को हिट करती है। तीसरा विकेट जोन, यहां देखा जाता है कि गेंद विकेट को हिट कर रही है या मिस कर रही है। मिस हाईट और लाइन दोनों से कर सकती है।