मवानाएक घंटा पहले
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मेरठ के मवाना में कृषक इंटर कॉलेज में चल रहे एनसीसी शिविर में देर रात कैडेट्स की तबियत बिगड़ने के मामले में खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने शनिवार को शिविर में पहुंचकर खाने की जांच की। सभी कैडेट्स की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है। इस मामले को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। वहीं भोजन पकने के स्थान को देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से बीमारियों को न्योता देकर सैकड़ों कैडेट्स के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
नगर की फलावा रोड पर स्थित कृषक इंटर कॉलेज में 30 सितंबर से एनसीसी शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में मेरठ सहित आसपास के जिलों से आए पांच सौ से अधिक कैडेट्स भाग ले रहे हैं। शुक्रवार रात खाना खाने के बाद रितिका मुस्कान, शालू, तन् अपूर्वा समेत 10 कैडेट्स के पेट में दर्द होने के साथ हालत बिगड़ गई।
एनसीसी अधिकारी सभी को लेकर सीएचसी मवाना पहुंचे। जहां हालत गंभीर होने पर मुस्कान, शालू अपूर्वा को मेरठ रेफर कर दिया गया। फिलहाल तीनों खतरे से बाहर है। अस्पताल से उनकी छुट्टी हो गई। सीएचसी के चिकित्सक डा आजाद वीर ने कहा कि खाने-पीने आदि से समस्या पैदा हुई है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने खाने का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है।
दिन में 110 कैडेट्स पहुंचे थे अस्पताल
शुक्रवार को दिन में 110 कैडेट्स को तबियत खराब थी। किसी को बुखार तो किसी के शरीर में दर्द था। सभी ने सीएचसी में पहुंचकर अपनी जांच कराई और दवा ली। देर रात फिर से इस कैडेट्स की हालत ज्यादा बिगड़ गई।
खाने की जांच के लिए लिया सैंपल
खाद्य सुरक्षा अधिकारी परविंदर सिंह अपनी टीम के साथ शनिवार को कृषक इंटर कॉलेज पहुंचे और कैडेट्स के लिए तैयार हो रहे भोजन के सैंपल लिए। कृषक इंटर कॉलेज में चल रहे शिविर में आए कैडेट्स के लिए खुले में और गंदगी के बीच भोजन तैयार किया जा रहा है। भोजन में इस्तेमाल किया जा रहा पानी भी खुले में टंकी में रखा है।