जयपुर: इस बार क्रिकेट विश्व कप पुलिस को भारी पड़ रहा है. फिर चाहे पुलिस किसी भी राज्य की हो या किसी भी थाने की हो. दरअसल इस बार सट्टेबाजों ने ऐसा नया ट्रेंड अपनाया है सट्टेबाजी का, कि पुलिस अफसरों तक होश उड़े हुए हैं. सटोरियों को पकड़ रहे हैं तो पता चला रहा है कि एक ही बार में एक साथ चालीस से पचास हजार लोगों को सट्टा खिलाया जा रहा है.
क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने वाले सटाेरियों ने बदला अपना ट्रेंड:
-पुलिस से बचने के लिए अब सबकुछ ऑनलाइन
-एक साथ हजारों लोगों को सट्टा खिला रहे बुकी
-पहले आईडी सेल करके लूट रहे लाखों
-फिर आईडी के जरिए खिला रहे दांव
-कालवाड थाना पुलिस ने किया खुलासा
इस बार क्रिकेट विश्व कप पुलिस को भारी पड़ रहा है. फिर चाहे पुलिस किसी भी राज्य की हो या किसी भी थाने की हो. दरअसल इस बार सट्टेबाजों ने ऐसा नया ट्रेंड अपनाया है सट्टेबाजी का, कि पुलिस अफसरों तक होश उड़े हुए हैं. सटोरियों को पकड़ रहे हैं तो पता चला रहा है कि एक ही बार में एक साथ चालीस से पचास हजार लोगों को सट्टा खिलाया जा रहा है.यह नया सिस्टम तेजी से बढ़ रहा है.
दरअसल डीएसटी, कालवाड़ थाना पुलिस और जिले के पुलिस अधिकारियों ने मिलकर रेड की थी. कालवाड़ में एक घर में रेड कर पुलिस ने तीन आरोपी पकडे हैं. उनके पास से एक कार, तीन लैपटॉप, एक मोडम, दो ब्लूटूथ, एक पासपोर्ट, दस मोबाइल, तीस सिम और करोड़ों रुपयों का हिसाब किताब मिला है. ये लोग तीन बड़ी आईडी से लोगों को सट्टा खिला रहे थे. पता चला कि पैंतीस हजार लोगों को जोड़ा गया था. जिस समय रेड की गई. उस समय छह हजार से ज्यादा लोग ऑनलाइन थे और सट्टा खेल रहे थे. हांलाकि छह हजार लोगों तक पहुंचाना संभव नहीं है, लेकिन अब पुलिस तीनों सटोरियों से पूछताछ कर रही है.
पुलिस अधिकारियों की माने तो कमिश्नरेट की साबइर टीम इन सटाेरियों पर नजर बनाए हुए है और सूचना मिलते ही पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन सटोरिए पुलिस के बचने के लिए शहर के दूर दराज वाले इलाकों को चुनते है. ऐसे में अब सभी थानाधिकारियों को भी इस बात के निर्देश दिए गए है की वे अपने अपने इलाकों में सटोरियों और बुकियों पर नजर रखे साथ ही जेल में बंद सटाेरियों से भी पूछताछ कर इनके ठिकानों पर रेड करे.
सट्टे के इस बदले ट्रेंड के बाद अब पुलिस भी एक्टिव मूड में आ गई. कालवाड थाना इलाके में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है साथ ही जब्त किए गए मोबाइल और लैपटॉप का डेटा भी खंगाला जा रहा है.जिससे की शहर के अलग अलग इलाकों में बैठे ऐसे शातिरों काे भी गिरफ्तार किया जा सके..
…सत्यनारायण शर्मा,फर्स्ट इंडिया न्यूज जयपुर