जानना जरूरी: आपकी आंतों के लिए ‘दुश्मन’ जैसे हैं ये खाद्य पदार्थ, ज्यादा सेवन से बढ़ सकती हैं कई दिक्कतेंं


शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पाचन का ठीक रहना आवश्यक है और पाचन ठीक रहे इसके लिए जरूरी है कि आपकी आंतें ठीक तरीके से काम करती रहें। आंतें, भोजन को पचाने से लेकर मेटाबॉलिज्म को ठीक रखने, भोजन से पोषक तत्वों को निकालने में मदद करती हैं। हालांकि लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के कारण कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को जोखिम बढ़ता जा रहा है, आंतों की सेहत पर भी इसका नकारात्मक असर हो रहा है।

आहार में गड़बड़ी के कारण आंतों में मौजूद गुड बैक्टीरिया प्रभावित हो सकते हैं, जिससे पाचन विकारों का खतरा हो रहता है।

आंतों में होने वाली समस्या के कारण थकान, पेट की खराबी, त्वचा की समस्याओं के साथ कई प्रकार की ऑटोइम्यून बीमारियों का भी जोखिम हो सकता है। कहीं आपको भी आंतों की कोई दिक्कत तो नहीं है?

आंतों के लिए जरूरी हैं गुड बैक्टीरिया

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, हमारे शरीर के पाचन तंत्र में बैक्टीरिया, वायरस और कवकों की लगभग 200 विभिन्न प्रजातियां होती हैं। कुछ सूक्ष्मजीव हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं जबकि कुछ के अविश्वसनीय रूप से लाभ हो सकते हैं। शोध से संकेत मिलता है कि आंतों में पर्याप्त मात्रा में गुड बैक्टीरिया होने से पाचन विकारों के अलावा कई प्रकार की बीमारियों जैसे मधुमेह, इंफ्लामेटरी बाउल सिंड्रोम (आईबीडी) की दिक्कतों से बचाव हो सकती है।

हमारे खान-पान की कुछ चीजें आंतों के बैक्टीरिया को प्रभावित कर सकती हैं, इन चीजों को आंतों के लिए हानिकारक माना जाता है।

तले हुए और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ

आहार में कुछ प्रकार की चीजों, विशेषतौर पर तले हुए और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ आंतों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। तले हुए खाद्य पदार्थ आंत संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं और पचान को कठिन बना सकते हैं। तले हुए खाद्य पदार्थों की ही तरह से प्रोसेस्ड चीजों के सेवन के कारण भी आंतों और पाचन विकारों का खतरा हो सकता है। इन चीजों के अधिक सेवन के कारण कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों का भी जोखिम हो सकता है।

ज्यादा कैफीन भी आंतों के लिए हानिकारक

कैफीन के अधिक सेवन को संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। इसके अधिक सेवन से आंतों की कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है। अधिक मात्रा में कॉफी का सेवन करने से सीने में जलन, अपच और एसिड रिफ्लक्स जैसी पाचन संबंधी समस्याओं के बढ़ने का खतरा हो सकता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि ज्यादा कैफीन का सेवन करने से नींद विकारों की भी जोखिम हो सकता है।

रेड मीट के अधिक सेवन से करें बचाव

अध्ययनकर्ताओं ने बताया, रेड मीट वैसे को आयरन के सबसे बेहतर स्रोतों में से एक है, पर इसके नियमित या अधिक सेवन के कारण अपच की समस्या हो सकती है। यह आंत में बैक्टीरिया के विकास को भी ट्रिगर करता है, धमनियों को अवरुद्ध कर सकता है और इसके अधिक सेवन से हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है। रेड मीट का अधिक सेवन करने वाले लोगों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या भी अधिक हो सकती है, जो हृदय रोगों के प्रमुख कारकों में से एक है।

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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है। 

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।


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