जिस इलाके में बीजेपी का था सबसे ज्यादा विरोध वहां किया शानदार प्रदर्शन, 2018 में भी यहां मात खा गई थी कांग्रेस


भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीति का बड़ा केंद्र माने जाने वाले विंध्य में इस बार भी कांग्रेस को झटका लगा है। चुनाव से पहले यह इलाका भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए टेंशन का कारण बन गया था। कांग्रेस यहां पर भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर को मुद्दा बना रही थी वहीं, भाजपा अपनी जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार कर रही थी। बीजेपी इस क्षेत्र में चुनाव से पहले डरी हुई थी यही कारण है कि उसने चुनाव की डेढ़ महीने पहले ही रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ला को मंत्री बनाया था।

अब आए परिणाम चौंकाने वाले हैं। भाजपा ने यहां साल 2018 से भी बेहतर प्रदर्शन किया है। विंध्य क्षेत्र की 30 विधानसभा सीटों में से भाजपा 25 सीटों पर जीत दर्ज की है। कांग्रेस को केवल 5 सीटों पर जीत मिली है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 6 सीटों पर जीती थी। दिलचस्प बात यह है कि चुनाव से कुछ समय पहले ही सीधी में एक आदिवासी युवक पर एक ब्राह्मण नेता के द्वारा पेशाब करने का मामला सामने आया था। इस मामले को कांग्रेस ने जबरदस्त मुद्दा बनाया था।

सीधी के विधायक केदार नाथ शुक्ला जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा था, इस वजह से विधायक का टिकट काट दिया गया था और सीधी की सांसद रीती पाठक को यहां से मैदान में उतर गया था। केदारनाथ शुक्ला ने बगावत करके निर्दलीय चुनाव लड़ा था इसके बाद भी रीति पाठक यहां से चुनाव जीत गई थीं। हालांकि भाजपा को एक बड़ा नुकसान भी विंध्य क्षेत्र में हुआ है। सांसद गणेश सिंह, सतना विधानसभा सीट से चुनाव हार गए हैं।

नुकसान का था अनुमान
चुनाव के समय यह विश्लेषण किया जा रहा था कि भाजपा को विंध्य क्षेत्र से नुकसान उठाना पड़ सकता है। पुरानी पेंशन का मामला, सत्ता विरोधी लहर के साथ ब्राह्मण और ठाकुरों समाज की नराजगी भाजपा को झेलने पड़ी थी। इस क्षेत्र में अनुसूचित जाति और जनजाति के वोटरों के भी बीजेपी से नाराजगी की खबरें सामने आईं थीं। 3 दिसंबर को जब परिणाम आए तो सब कुछ बदल कर रख दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़े गए चुनाव का असर विंध्य क्षेत्र में भी देखने को मिला।

मुख्यमंत्री ने संभाला था मोर्चा
सीधी पेशाब कांड के बाद सियासी मुद्दा गर्माने लगा था। इसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुद पूरे मोर्चे को हैंडिल किया। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई और पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मोर्चा संभाल लिया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित युवक को मुख्यमंत्री आवास बुलाया था। युवक को सभी योजनाओं का लाभ दिया गया था और आरोपी के घर में बुलडोजर चलाकर सरकार ने संदेश दिया था कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
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राजेंद्र शुक्ला को बनाया था मंत्री
विंध्य क्षेत्र में संकट को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कैबिनेट विस्तार किया था। शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट विस्तार में रीवा के सीनियर नेता राजेंद्र शुक्ला को मंत्री बनाया गया था।


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