डॉ कौशल कुमार ने दी जानकारी
डॉ कौशल कुमार ने बताया कि इस पुस्तक में मिलेट्स का भारतीय संस्कृति में प्रागैतिहासिक महत्ता एवं स्थान और भारत में प्रमुख रूप से उपयोग में लाई जाने वाली नौ मिलेट्स फसलों पर चर्चा की गई है. इनमें सांवा, कोदो, गोवेधुक, कंगुनी, चीनक, जुरना, मधुलिका (रागी), बाजरा और नेवाड का औषधीय महत्व एवं उपयोग की विधि बताई गई है. पोषण से भरपूर ये सभी मिलेट्स को आज वैश्विक तौर पर सुपर फुड एवं श्री अन्न कहा जाने लगा है. जिसका प्रयोग प्राचीन काल से भारत वर्ष में गुणों के आधार पर मधुमेह , मोटापा, कोलेस्ट्राल, शुक्राणु वर्धक , जलोदर, सुजन, दुर्बलता, बच्चों का सुखा रोग, पाइल्स, पाचन तंत्र एवं मुत्र रोग व विकार आदि रोगों के निदान में होता है. पुस्तक में मिलेट्स उत्पादन की वैज्ञानिक कृषि तकनीक की भी जानकारी दी गयी है.