बोन हेल्थ में न्यूट्रिशन का रोल काफी महत्वपूर्ण है। पोषक तत्वों, खनिजों और विटामिनों से भरपूर बैलेंस डाइट फॉलो करने से हड्डियों में मजबूती और जान भर्ती है। हड्डियों की क्वालिटी, फ्रैक्चर का खतरा और फ्रैक्चर से रिकवर होने में न्यूट्रिशन का स्टेटस काफी महत्वपूर्ण है।
हैदराबाद के यशोदा हॉस्पिटल के रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट और आर्थोस्कोपिक सर्जन व वरिष्ठ सलाहकार आर्थोपेडिक Dr. Sunil Dachepally ने बताया कि फ्रैक्चर के बाद माइक्रो और मैक्रो न्यूट्रिएंट्स से मिलकर बना एक अच्छा न्यूट्रिशन प्रोग्राम फ्रैक्चर के बाद हड्डी के दोबारा से जुड़ने के लिए जरूरी है। हड्डियों के इलाज में मदद के लिए कैल्शियम, विटामिन डी, प्रोटीन और अन्य आवश्यक मिनरल से भरपूर फूड्स डाइट में हों।
कैल्शियम
कैल्शियम हड्डी का एक जरूरी तत्व है, इसका लेवल बोन मिनरल डेंसिटी (बीएमडी) और फ्रैक्चर के खतरे व हड्डी के उपचार पर असर डालता है। एडल्ट्स को प्रतिदिन 1000-1200 मिलीग्राम कैल्शियम मिलना चाहिए। दूध, दही, पनीर, ब्रोकली, शलजम या कोलार्ड साग, केल, बोक चॉय, सोया, बीन्स, हड्डियों के साथ डिब्बाबंद ट्यूना या सैल्मन, बादाम का दूध और फोर्टिफाइड अनाज या जूस इसके बढ़िया सोर्स हैं।
विटामिन डी
कैल्शियम इस्तेमाल करने और हड्डियों में मिनरल बनाने के लिए विटामिन डी मदद करता है। एडल्ट्स को हर दिन कम से कम 600 IU विटामिन डी मिलना चाहिए। डॉक्टर के मुताबिक, कॉड लिवर ऑयल, सैल्मन, लिवर, फोर्टिफाइड दूध या दही, अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड संतरे का रस विटामिन डी देता है।
हड्डियों को रखना है स्वस्थ तो इन बातों का रखें ध्यान
प्रोटीन
प्रोटीन हड्डियों का बिल्डिंग ब्लॉक होता है और इसका लगभग 30% स्ट्रक्चर प्रोटीन से बना होता है। अध्ययनों से पता चला है कि फ्रैक्चर और उसके आसपास कैल्शियम जमा होने के लिए प्रोटीन एक फ्रेमवर्क बनाता है। मांस, मछली, दूध, पनीर, दही, मेवे, बीज, फलियां, सोया उत्पाद और फोर्टिफाइड अनाज हाई प्रोटीन फूड होते हैं।
विटामिन सी
विटामिन सी का कोलेजन के निर्माण से गहरा संबंध है, जो फ्रैक्चर को ठीक करने में मदद करता है। इसे लेने के लिए खट्टे फल जैसे संतरे, कीवी, जामुन, टमाटर, आलू और हरी सब्जियां खाते रहें।
आयरन
आयरन की कमी से फ्रैक्चर को ठीक होने में देर लगती है। यह फ्रैक्चर वाली जगह पर ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है, जिससे उन्हें ठीक होने में मदद मिलती है। आयरन के लिए लाल मांस, चिकन या टर्की, ऑयली फिश, हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडे, सूखे मेवे, साबुत अनाज खाएं।
इनका भी रखें ध्यान
इनके अलावा हड्डियों को फॉस्फोरस, कॉपर, जिंक भी चाहिए, जो कि दूध, अंडा, पनीर, सेम, दाल, मेवे, सी फूड, साबुत अनाज, ब्रोकली, मशरूम, झींगा मछली, डार्क चॉकलेट में होते हैं। वहीं आपको शराब, अत्यधिक नमक, अत्यधिक कैफीन से दूरी बना लेनी चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।