![थायराइड की समस्या है तो बादाम जैसे इन हेल्दी फूड्स से बनाएं दूरी थायराइड की समस्या है तो बादाम जैसे इन हेल्दी फूड्स से बनाएं दूरी](https://static.beescdn.com/news.myworldfix.com/2024/01/20240121140410748.jpg?x-oss-process=image/auto-orient,1/quality,q_90/format,webp)
थायराइड के मरीज के मरीज इन फूड्स से बनाएं दूरी
आजकल तेजी से बदलता लाइफस्टाइल व्यक्ति को काफी प्रभावित कर रहा है. इस समय गलत खान-पान और फिजिकल एक्टिविटी में कमी जैसे अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण व्यक्ति डायबिटीज जैसी कई बीमारियों की चपेट में आ रहा है. इनमें से एक थायराइड की समस्या भी है. पुरुषों के मुकाबले महिला में ये समस्या ज्यादा पाई जाती है. ये एक जेनेटिक समस्या है इसलिए अगर घर में किसी को थायराइड है तो बच्चों में इसके होने का जोखिम ज्यादा बढ़ जाता है.
थायराइड एक हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या है और इसका कोई परमानेंट इलाज नहीं है. इसे आप बस दवाई और लाइफस्टाइल में बदलाव करके मैनेज कर सकते हो. ऐसे में थायराइड के मरीज को अपनी डाइट पर बहुत ध्यान देना चाहिए.
इंस्टाग्राम पर डॉक्टर दिशा ने एक वीडियो शेयर की है, जिसमें उन्होंने बताया है कि थायराइड की मरीज के लिए कौन-से फूड्स हानिकारक साबित हो सकते हैं.
डॉक्टर ने अपनी इस पोस्ट में कुछ फूड्स बताते हैं उनका कहना है कि थायराइड खासकर के हाइपोथायराइड या हाशिमोटो से ग्रस्त लोगों को इन फूड्स का सेवन सावधानी से करना चाहिए. क्योंकि इन सभी फूड्स में गोइट्रोजन पाया जाता है. ये एक ऐसा पदार्थ है जो थायराइड हार्मोन के प्रोडक्शन को बाधित कर सकता है. ये पिट्यूटरी को थायराइड उत्तेजक हार्मोन रिलीज करने के लिए प्रेरित करते हैं, ऐसे में थायराइड सेल्स के विकास गोइटर का कारण बनता है.
थायराइड के मरीज के मरीज इन फूड्स से बनाएं दूरी
पीनट बटर
मूंगफली में गोइट्रोजन पाया जाता है. इसके कारण हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति खराब हो सकती हैं. इसलिए इसे खाने से बचना चाहिए.
रागी
रागी आयरन, कैल्शियम और फाइबर से भरपूर होता है, इसलिए इसे खाना हेल्दी माना जाता है. लेकिन इसमें मौजूद गोइट्रोजेनिक भोजन होने के कारण इसे भिगोकर और अच्छी तरह के पकाने के बाद कभी-कभी केवल महीने में 2 से 3 बार से ज्यादा नहीं खाना चाहिए.
बादाम
वैसे तो बादाम सेलेनियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है और ये थायराइड फंक्शन के लिए बहुत अच्छे होते हैं. लेकिन बादाम एक गोइट्रोजेनिक फूड है. इसलिए ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करना थायराइड के मरीज के लिए ठीक नहीं होता है. इसलिए हाइपोथायराइड वाले लोग बादाम को भिगोकर या भूनकर प्रतिदिन 3 से 5 बादाम खा सकते हैं, लेकिन इससे ज्यादा नहीं.
सोया युक्त फूड्स
सोया युक्त फूड्स शरीर की थायराइड खुराक को ठीक सेअब्सॉर्बकरने की क्षमता को बदल और प्रभावित कर सकते हैं. इसमे भी गोइट्रोजेन पाया जाता है, जो थायरॉयड ग्रंथि में जलन पैदा कर सकता है. इसलिए इसे खाने के बचना चाहिए.
गेहूं
गेहूं में ग्लूटेन होता है. ये एक संभावित गोइट्रोजेनिक भोजना है. ऑटोइम्यून हाइपोथायरायडिज्म के मामले में गेहूं का सेवन कम करने का सुझाव दिया जाता है. शोध से पता चलता है कि जो लोग ग्लूटेन-मुक्त आहार का सेवन करते हैं उनके ब्लड में एंटीबॉडी की कंसंट्रेशन कम हो जाती है जो थायरॉयड ग्रंथि के लिए सही नहीं है.
नोट: हर किसी के शरीर की बनावट अलग होती है. ऐसे में अगर आप अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करते हैं तो उससे पहले अपने डॉक्टर से इसके बारे में चर्चा करें. थायराइड की स्थिति में भी किसी आहार को डाइट में शामिल करने या हटाने से पहले अपनी स्थिति को देखते हुए डॉक्टर की सलाह लें.