मंडी, 10 अप्रैल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी माह में वर्चुअल रूप से हिमाचल प्रदेश के लिए तीन मोबाइल फूड टेस्टिंग लेबोरेटरी वैन का शुभारंभ किया था। यह तीन वैन शिमला, हमीरपुर व मंडी जिला के लिए दी गई थी। लेकिन करीब डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी वैन के माध्यम से मंडी जिला में टैस्ट शुरू नहीं हो पाए हैं। पिछले कई दिनों से जिला के जोनल अस्पताल में खड़ी यह टेस्टिंग वैन बिना दस्तावेज व चालक के धूल फूंक रही है। जिससे न केवल जनता के पैसे का दुरुपयोग हो रहा है, बल्कि लोगों को इस मोबाइल वैन के माध्यम से मिलने वाली सुविधा से भी वंचित रहना पड़ रहा है।
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इस मोबाइल वैन के माध्यम से मौके पर न केवल खाद्य पदार्थों की जांच करेगी, बल्कि सैंपल के जांच की रिपोर्ट भी मौके पर ही उपलब्ध हो सकेगी। विभाग द्वारा इस वैन का उपयोग उपभोक्ताओं को जागरूक करने के लिए भी किया जाएगा। इस वैन पर ईट राइट इंडिया, जागो ग्राहक जागो, फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स, नो फ़ूड वेस्ट इत्यादि भी अंकित किया गया है। इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र कुमार भारद्वाज ने बताया कि इस वैन के लिए चालक और दस्तावेज संबंधी औपचारिकताएं अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। इन औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद ही लोगों को इसकी सुविधा मिल पाएगी।
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बता दें कि बीती 25 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों लिए मोबाइल फूड टेस्टिंग लेबोरेटरी वैन को नेरचौक मेडिकल कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाई थी। लेकिन उसके बाद इन मोबाइल वैन का संचालन अभी तक नहीं हो पाया है।
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