आयरन और विटामिन बी12 शरीर के अलग-अलग काम करते हैं। ये महत्वपूर्ण फंक्शन को पूरा करने वाले पोषक तत्व हैं। गुरुग्राम स्थित फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल डायरेक्टर एंड चीफ बीएमटी डॉ राहुल भार्गव ने बताया इनमें से किसी भी न्यूट्रिएंट की कमी से एनीमिया, पैंसीटोपेनिया और अन्य कई न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर समेत कई गंभीर खतरे हो सकते हैं।
आयरन की कमी से बीमारी
आयरन हमारे विकास के लिए महत्वपूर्ण मिनरल होता है। यह ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट करने के लिए हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है। मसल्स के फंक्शन के लिए मायोग्लोबिन का निर्माण भी आयरन के सपोर्ट से होता है। आयरन से हार्मोन प्रोडक्शन में भी मदद मिलती है। शरीर में पर्याप्त मात्रा में आयरन नहीं होने से लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है जो खून की कमी यानि एनीमिया का कारण बनती है।
आयरन कैसे बढ़ाएं?
आयरन की कमी से निपटने के लिए लिवर, रेड मीट और पोल्ट्री जैसे नॉन वेज फूड खाना लाभदायक होता है, जो कि हीम आयरन से भरपूर होते हैं। यह एक प्रकार का आयरन होता है जिसे शरीर आसानी से अवशोषित कर लेता है। इसके अलावा, सीफूड जैसे ट्यूना, सार्डिन और क्लैम्स आदि भी आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ होते हैं, जिन्हें खानपान में शामिल किया जा सकता है।
विटामिन बी12 को पूरा करने वाले वेज फूड
आयरन वाले शाकाहारी फूड
वेजीटेरियन और वीगन इस कमी से निपटने के लिए वेजिटेरिन फूड खा सकते हैं जिनमें सब्जियां, दालें, मेवे और फोर्टिफाइड अनाज शामिल हैं। विटामिन सी से भरी चीजे जैसे खट्टे रसीले फलों और टमाटर आदि का आयरन फूड के साथ सेवन करने से भी आयरन का अवशोषण बढ़ता है।
विटामिन B12 की कमी से एनीमिया बीमारी
विटामिन बी12 शरीर में डीएनए बनाने, रेड ब्लड सेल और ब्रेन व नर्व सेल फंक्शन के लिए जरूरी है। हम जो प्रोटीन खाते हैं विटामिन बी12 उससे जुड़ जाता है। विटामिन बी12 की कमी से शरीर में एनीमिया हो सकता है और नर्वस सिस्टम को भी नुकसान पहुंचता है, जिसके कारण रेड ब्लड सेल्स गिरने लगती हैं।
हाई विटामिन बी12 फूड्स
विटामिन बी12 सबसे ज्यादा अंडे, मछली, मांस और डेयरी प्रॉडक्ट से मिलता है। इसके अलावा, जानवरों के लिवर और किडनी, क्लैम, सार्डिन और रेड मीट जैसे फूड भी विटामिन बी12 से भरपूर होते हैं। रेड मीट में विटामिन बी12 और आयरन सबसे ज्यादा होता है।
Vitamin B12 से भरपूर शाकाहारी खाना
वेजिटेरियन और वीगन लोगों के लिए न्यूट्रिशनल यीस्ट, फोर्टिफाइड अनाज तथा अन्य फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ भी विटामिन बी12 प्रदान करते हैं। बुजुर्गों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली मांओं, वेजिटेरियन्स तथा कुछ खास मेडिकल कंडीशन के मरीज भी इसकी कमी के शिकार हो सकते हैं। ऐसे लोगों को डाइट में बदलाव करने के साथ सप्लीमेंट्स लेने की जरूरत होती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।