देशी-विदेशी कलाकारों ने दिनभर पर्यटकों का किया मनोरंजन, पढ़िए खबर


Surajkund/Alive News: 37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला में पहुंच रहे देशी-विदेशी पर्यटकों का मुख्य चौपाल के अलावा छोटी चौपाल पर देशी व विदेशी कलाकार दिनभर अपनी शानदार प्रस्तुतियों से खूब मनोरंजन कर रहे हैं। डा. संगीता शर्मा की टीम ने भगवान शिव द्वारा तारकासुर के तीन पुत्रों त्रिपुरासुर के वध की घटना का सजीव चित्रण प्रस्तुत करते हुए दर्शकों को मंत्र मुग्ध किए रखा। किर्गिस्तान के अलावा देशी व विदेशी सांस्कृतिक टीमों के कलाकारों ने दर्शाकों की खूब तालियां बटोरी।

शिल्प मेला के आज सातवें दिन छोटी चौपाल पर देश की प्रसिद्ध कलाकार डा. संगीता शर्मा की टीम ने भगवान शिव द्वारा तारकासुर के तीन पुत्रों के वध की घटना का सजीव चित्रण करते हुए दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। इस प्रस्तुति में दर्शाया गया कि भगवान शिव ने ब्राह्मण के वरदान के अनुरूप तारकासुर के तीनों पुत्रों का एक बाण से वध किया, जो मानवता पर घोर अत्याचार कर रहे थे।

आज के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत पंजाब के कलाकार रवि एंड पार्टी द्वारा प्रस्तुत किए गए शानदार भंगडा से हुई। इन कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति में रंगला पंजाब की प्रसिद्ध संस्कृति को प्रदर्शित किया। किर्गिस्तान की कलाकार ने शानदार गिटार वादन से दर्शकों का मन मोह लिया तथा अन्य कलाकारों ने शानदार नृत्य से दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। जांबिया के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति में शानदार लोक गीत प्रस्तुत किए। राजस्थान के विनय गजरावत की टीम ने चकरी नृत्य के माध्यम से मियां-बीबी की तकरार को बयां किया।

स्थानीय जीवा पब्लिक स्कूल की दूसरी कक्षा की सात वर्षीय श्रुतकृति ने एकल गीत पर शानदार एकल नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों की खूब तालियां व स्नेह बटोरा। इस नन्ही मुन्नी कलाकार ने नृत्य में अपना कौशल प्रदर्शित करते हुए अद्भुत प्रस्तुति दी। हरियाणवी कलाकार शीशपाल एंड पार्टी ने बोल बम, बोल बम, बम बम गीत की शिव स्तुति पर सामूहिक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी।

इनके अलावा अन्य लोक कलाकारों व विदेशी कलाकारों ने अनेक प्रस्तुतियां देकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। यह सभी कलाकार अपने-अपने प्रदेशों व देशों की संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं। इस अवसर पर सांस्कृतिक अधिकारी रेणु हुड्डा, सुमन डांगी के अलावा राजीव बख्शी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व पर्यटक मौजूद रहे।

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