हमारा आहार न सिर्फ हमें पोषण देता है, बल्कि ये हमारे मेटाबॉलिज्म को भी सुधारता है। यह सीधे तौर पर उम्र को प्रभावित करता है।
नॉनवेज फूड अच्छा है या वेजिटेरियन फूड! ये विषय अक्सर चर्चा में रहता है। इसे लेकर लोगों के अपने अपने तर्क और विचार हैं। खासतौर ये माना जाता है कि नॉनवेज यानी पशुओं से मिलने वाला प्रोटीन ज्यादा हेल्दी होता है। यही कारण है कि अक्सर लोग ताकत बढ़ाने और बॉडी बनाने के लिए नॉनवेज खाना पसंद करते हैं। लेकिन सवाल ये है कि क्या लोगों का नॉनवेज खाने का यह तर्क ठीक है और साइंस व दुनियाभर के शोध इसे लेकर क्या कहते हैं। चलिए आज इसे भी जान लेते हैं।
शरीर के लिए इसलिए जरूरी है प्रोटीन
हमारा आहार न सिर्फ हमें पोषण देता है, बल्कि ये हमारे मेटाबॉलिज्म को भी सुधारता है। यह सीधे तौर पर उम्र को प्रभावित करता है। प्रोटीन शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्व है। हार्मोन का बैलेंस बनाने से लेकर शरीर को मजबूती देने और इम्यूनिटी बढ़ाने तक का काम प्रोटीन करता है। विभिन्न शोध बताते हैं कि जो बुजुर्ग अपनी डेली डाइट में प्रोटीन का अधिक सेवन करते हैं, वे शारीरिक रूप से अधिक मजबूत होते हैं। उनकी हड्डियों और मांसपेशियों में नुकसान भी धीमी गति से होता है।
महिलाओं के लिए फायदेमंद ये प्रोटीन
विशेषज्ञों के अनुसार पशु प्रोटीन की जगह पौधों से मिलने वाला प्रोटीन आपको लंबे समय तक स्वस्थ रखता है और बीमारियों का जोखिम भी कम करता है। इतना ही नहीं पौधों से मिलने वाला नेचुरल प्रोटीन खासतौर पर महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे न सिर्फ उनकी शारीरिक क्षमताएं बढ़ती हैं, बल्कि यह उन्हें लंबी उम्र भी देता है। विशेषज्ञों के अनुसार अधेड़ उम्र और वृद्धावस्था में अधिकांश महिलाओं की काम करने की क्षमता धीमी हो जाती है। अगर वे नियमित रूप से प्लांट बेस्ड प्रोटीन जैसे दालें, फलियां, नट्स और सीड्स का सेवन करेंगी तो उन्हें भरपूर पोषण और ताकत मिलेगी। हार्वर्ड में हुए एक शोध के अनुसार प्लांट प्रोटीन फाइटोएस्ट्रोजेन की भूमिका निभाते हैं। ऐसे में यह महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ाने में मदद करते हैं।
Also Read
More News
इसलिए बेहतर है प्लांट बेस्ड प्रोटीन
विभिन्न शोध बताते हैं कि पशु प्रोटीन की तुलना में पौधों से मिलने वाला प्रोटीन बेहतर होता है। हाल ही में अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक शोध में इस तथ्य को सामने रखा गया है। शोध के अनुसार अधेड़ उम्र यानी 40 से 50 वर्ष और इससे ज्यादा उम्र के लोगों के लिए वनस्पति प्रोटीन बेस्ट है। यह न सिर्फ उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है, बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें मजबूत बनाता है। शोध के अनुसार पौधे से मिले प्रोटीन में माइक्रो न्यूट्रिशन, डाइट्री फाइबर के साथ अच्छा प्रोटीन प्राप्त होता है। ये सभी सेहतमंद हैं। प्लांट प्रोटीन कम कैलोरी और हाई फाइबर वाला होता है, जो माइक्रोबायोटा के साथ ही कई अन्य प्रोटेक्टिव फाइटोन्यूट्रिएंट्स के लिए फायदेमंद है।
लाल मांस से हो सकती है परेशानी
लैंसेट के एक अध्ययन के अनुसार प्लांट प्रोटीन के साथ कई अमीनो एसिड भी मिलते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं। दाल, चना और चावल अमीनो एसिड से भरपूर होते हैं। इनका नियमित सेवन करना चाहिए। वहीं पशु प्रोटीन खासतौर पर लाल मांस में मेथियोनीन जैसे तत्व अत्यधिक मात्रा में होते हैं, जो बीमारियां बढ़ा सकते हैं। हालांकि मांस और मछली जैसे नॉनवेज फूड में अमीनो एसिड अधिक होता है, जो मांसपेशियों की मरम्मत और विकास में मददगार होता है। इसी के साथ इसमें विटामिन बी12 और हीम आयरन भी होता है, जो रेड ब्लड सेल्स के निर्माण को बढ़ाते हैं और आपका एनर्जी लेवल हाई रखते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार फिर भी पशु प्रोटीन का संतुलित सेवन ही करना चाहिए।
Don’t Miss Out on the Latest Updates.
Subscribe to Our Newsletter Today!