नोएडावालों, पनीर खाने से पहले ध्यान दीजिए.. 168 फूड सैम्पल खराब पाए गए, लिस्ट में आपकी फेवरेट सब्जी टॉप पर है


अंजलि सिंह, नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा में पिछले साल खाद्य उत्पादों के 168 सैम्पल को असुरक्षित पाया गया है। एफडीए की तरफ से सोर्स किए गए डेटा के अनुसार यह बात सामने आई है। इनमें भी दुकानों और रेस्टोरेंट्स में पनीर और खोया के 47 सैम्पल्स पर 3.4 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।साल 2023 में एफडीए ने नोएडा में खाने और दूध की दुकानों से 846 सैम्पल लिए गए। इनमें से 168 को असुरक्षित और 89 को गलत ब्रांडिंग के साथ पाया गया। गाजियाबाद के फूड सेफ्टी ऑफिसर एनएन झा के अनुसार 2022 से ही एडीएम कोर्ट में 415 केस जुर्माने के लिए लंबित हैं। पिछले साल दिवाली पर 57 क्विंटल खोया जब्त किया गया।

घटिया प्रॉडक्ट्स से पनीर तैयार!
उन्होंने बताया कि मेरठ, बागपत, अलीगढ़ से ट्रक में भरकर आने वाले कई सारे फूड आइटम्स को जब्त किया गया है। जांच के बाद सामने आया कि पनीर का उत्पादन मिल्क पाउडर, एसिटिक एसिड, पाल्मोलिन ऑयल, इमल्सीफायर का इस्तेमाल कर किया जाता है। खाद्य विभाग ने 6 हजार दुकानों की जांच कर 476 पर छापा मारा।

पिज्जा की दुकान पर भी रेड
पिछले साल पिज्जा की एक नामी दुकान पर छापे में सैम्पल क्वालिटी चेक में खराब पाए गए, जिसके बाद साढ़े 3 लाख का जुर्माना लगाया गया। रेड चिल्ली फ्लेक्स सैम्पल भी खराब मिलने पर 2.9 लाख रुपये का जुर्माना लगा।

खाद्य विभाग की तरफ से अपील
खाद्य विभाग की तरफ से नागरिकों से भी जागरूक होने की बात करते हुए खराब उत्पाद मिलने पर रिपोर्ट करने की अपील की है। सिंथेटिक तरीके से तैयार खराब पनीर का कलर हल्का पीला होता है। चबाने में कुछ रबड़ जैसा और इसमें कोई स्वाद नहीं होता है।


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