रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में दो चरणों में वोटिंग होनी है। चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही जनता ने अपना मन बना लिया है कि किसे वोट करना है। छत्तीसगढ़ में चुनावी सरगर्मी के बीच नवभारत टाइम्स.कॉम की टीम भी अलग-अलग इलाकों में जाकर लोगों से बात कर रही है। इसी कड़ी में हमारी टीम ने रायपुर में ऑटो चालकों से बात की है। ऑटो चालकों ने कहा है कि इस बार हम बदलाव चाहते हैं। खासकर शहरी क्षेत्र के ऑटो चालक काफी नाराज दिखे हैं। उनका कहना है कि पिछले पांच सालों में विकास का कोई काम नहीं हुआ है।
छत्तीसगढ़ में 15 सालों तक बीजेपी का राज रहा है। 2018 के बाद से कांग्रेस की सरकार है। ऑटो चालक श्रवण साहू ने कहा कि हम चाहते हैं लोकल व्यक्ति हमारा प्रतिनिधि हो। साथ ही वह छत्तीसगढ़िया ही हो। हमारे बच्चों को रोजगार और शिक्षा मिले। ई रिक्शा के कारण हमें नुकसान हो रहा है। ट्रेन के सहारे रोजी रोटी चलती है। अब लोकल ट्रेनें बंद हो रही हैं। मीडियम क्लास के लोगों पर सरकार ध्यान दे।
वहीं, एक ऑटो चालक ने कहा कि हमारे लिए कांग्रेस की सरकार ही अच्छी है। हम चाहते हैं कि कांग्रेस की सरकार ही आए। बीजेपी की सरकार में ऑटो चालकों को बहुत परेशानी हुई है। रात में भी हमारी चेकिंग होती थी। हमसे वसूली की जाती थी। एक और ऑटो चालक ने कहा कि महंगाई की वजह से ज्यादा परेशानी हो रही है। बैट्री ऑटो सरकार की तरफ से हमें फायनेंस किया जाए।
ट्रेन रद्द होने से कमाई पर असर
स्टेशन के पास एक अन्य ऑटो चालक ने कहा कि ट्रेनें रद्द हो रही हैं। इसकी वजह से हमारे काम पर असर पड़ रहा है। सुबह सात बजे से आया हूं और दोपहर के तीन बज गए हैं, अभी तक पांच सौ रुपए का भी धंधा नहीं हुआ है। ट्रेन आएगी तभी तो हमारी कमाई होगी। उन्होंने कहा कि जो हमारे बारे में सोचेगी, हम उसी को वोट देंगे।
ऑटो चालक ने कहा कि कांग्रेस सरकार के पांच साल हो गए हैं। अभी तक इनका काम शहरी स्तर पर कुछ दिख नहीं रहा है। आगे कुछ अच्छा काम करे यह उम्मीद है। वहीं, एक अन्य ऑटो चालक ने सड़क को दिखाते हुए कहा कि इस पर पांच साल से कोई काम नहीं हुआ है। चुनाव नजदीक आते ही लिपा पोती शुरु हो गई है। साथ ही पैसों का गबन हो रहा है। हम सरकार बदलना चाहते हैं। हमें बीजेपी की सरकार चाहिए।
एक अन्य ऑटो चालक ने कहा कि शहर में अपराध बढ़ रहे हैं। पांच साल में कोई काम नहीं हुआ है। हम ऑटो चलाने वाले लोगों पर किसी ने कभी कोई ध्यान नहीं दिया है।