नई दिल्ली. मिथुन चक्रवर्ती अपनी हिट फिल्मों के लिए जाने जाते हैं. एक दौर में मिथुन चक्रवर्ती बॉलीवुड में हिट की गारंटी हुआ करते थे. मिथुन चक्रवर्ती को पहचान फिल्म ‘डिस्को डांसर’ के बाद मिली थी. करियर की पहली ही फिल्म ब्लॉकबस्टर होने के बाद भी एक्टर को सी ग्रेड फिल्मों में भी काम करना पड़ा था. आज भले ही एक्टर फिल्मों में कम ही नजर आते हैं, लेकिन एक वक्त वो भी था जब उन्होंने एक ही साल में 19 फिल्में करके रिकॉर्ड बनाया था. एक्टर मिथुन चक्रवर्ती के बेटे नमाशी चक्रवर्ती ने हाल ही में अपने समीकरण के बारे में खुलासा किया साथ ही दिग्गज एक्टर के सेहत के बारे में भी अपडेट दिया.
मिथुन चक्रवर्ती को इस साल की शुरुआत में कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्हें ब्रेन स्ट्रोक (इस्केमिक सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट) आया था. एक्टर के बेटे और एक्टर नमाशी ने बताया कि जब मेरे पिता बीमार होते हैं, तो मैं बहुत डर जाता हूं. लेकिन जब वो मुझे किसी बात के लिए डांटने लगते हैं, तो मैं ये समझ जाता हूं कि अब वो ठीक हो रहे हैं. नमाशी ने बताया वो और उनके भाई बहन दिग्गज एक्टर को पापा नहीं कहते हैं.
मिथुन को उनके बच्चे नहीं कहते डैड या पापा
सेलेब्रानिया स्टूडियो को दिए एक इंटरव्यू में नमाशी ने अपने पिता के साथ अपने दोस्ताना समीकरण के बारे में बताया. एक्टर ने बताया कि कैसे न तो वह, न ही उनके भाई-बहन महाअक्षय, दिशानी और उशमी उन्हें ‘डैड’ कहते हैं. नमाशी ने साझा किया कि हम उन्हें डैड नहीं कहते. हम उन्हें उनके नाम से बुलाते हैं, हमारे बीच बहुत दोस्ताना हंसी-मजाक होता है, हम उन्हें मिथुन कहते हैं. हम चारों हमेशा से ऐसे ही रहे हैं. हम सभी दोस्त हैं.
नाम से बुलाने का ट्रेंड घर में किसने शुरू किया?
नमाशी से पूछा गया कि नाम से बुलाने का ट्रेंड घर में किसने शुरू किया? इस पर नमाशी बताते हैं कि वो मिथुन ही हैं, जिन्होंने बच्चों से उन्हें ‘पापा’ न कहने के लिए कहा था. उन्होंने हम सबसे कहा कि मुझे डैड या पापा नहीं ‘मिथुन’ कहकर बुलाओ.
मिथुन ने 80-90 के दौर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं.
नमाशी के पास क्यों नहीं है पिता के साथ की बचपन की यादें
जब नमाशी से पूछा गया कि उनके बचपन की सबसे प्यारी यादें क्या हैं? तो उन्होंने कहा कि 9 साल की उम्र तक उनके पास अपने पापा के साथ समय बिताने की ज्यादा यादें नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं ईमानदार से कहूंगा, यह थोड़ा मजाकिया भी है. बचपन में मैं उन्हें ज्यादा नहीं देख पाता था क्योंकि वह चार शिफ्ट में काम करते थे. मेरा जन्म 1992 में हुआ था और उस दौरान पापा अपने चरम युग में थे और 1994 में हम ऊटी चले गए और पापा ने होटल व्यवसाय शुरू किया और वहीं वह शूटिंग भी करते थे. वहां भी पापा चार शिफ्ट में काम करते थे. इसलिए, मैं सुबह उससे मिलने जाता था, नाश्ता करने से पहले, जब वह तैयार होता था और जब वह पैक-अप करता था तब तक मैं बिस्तर पर होता था. इसलिए मुझे उसके साथ केवल हर महीने दूसरा रविवार को मिलता था. क्योंकि उनकी छुट्टी होती थी. बचपन में मैंने अपना अधिकांश समय अपनी मां के साथ बिताया है.
2001 के बाद नमाशी ने पिता को पहचाना
नमाशी ने आगे कहा, ‘मेरे पिता के साथ अच्छी यादें 2001 के बाद शुरू हुईं जब उन्होंने कम काम करना शुरू कर दिया. ये वो दौर था जब उनका स्टारडम कम होने लगा था. तब मुझे पता चला कि हां, यह मेरे पिता हैं और मुझे एहसास हुआ कि वह कितने अच्छे शैफ हैं. वह अपने खाली समय में रसोई में बहुत कुछ पकाते हैं.
मिथुन को क्या पकाना है पसंद
इंटरव्यू में जब उनसे पूछा कि मिथुन को क्या पकाना पसंद है, तो नमाशी ने जवाब दिया, ‘चिकन, मटन, मछली, दाल, सब्जी, रोटी, चावल, सब कुछ…’ उन्हें खाना बहुत पसंद है, क्योंकि उनकी सफलता उसमें है कि वह क्या खाते हैं. हिट आती हैं और जाती हैं, लेकिन यदि आप अच्छा खाना खाते हैं तो आपकी स्वाद कलिकाएं खुश रहती हैं, आपका दिन अच्छा रहा. आपको बता दें कि नमाशी ने 2023 में राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘बैड बॉय’ से बॉलीवुड में डेब्यू कर चुके हैं.
.
Tags: Entertainment news., Mithun Chakraborty
FIRST PUBLISHED : April 10, 2024, 14:50 IST