पैसे कमाओ कौन मना कर रहा? प्रवीण कुमार ने घरेलू क्रिकेट से दूरी बनाने वाले खिलाड़ियों को दी सीख


नई दिल्ली: भारतीय टीम में जगह बनाने के बाद खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट से दूरी बनाना कुछ नया नहीं है। आईपीएल के आने के बाद से ऐसा लगातार हो रहा है। खिलाड़ियों को फोकस आईपीएल पर ज्यादा होता है। ऐसे में वह रणजी ट्रॉफी समेत घरेलू टूर्नामेंट से दूरी बना लेते हैं। यही वजह है कि बीसीसीआई ने श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को इस बार कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया है। दोनों खिलाड़ियों ने बीसीसीआई के आदेश के बाद भी रणजी ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लिया था।

प्रवीण कुमार ने खिलाड़ियों को दी सीख

भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने घरेलू क्रिकेट से दूरी बना रहे खिलाड़ियों को सलाह दी है। उन्होंने कहा कि पैसा कमाओ लेकिन देश भी जरूरी है। प्रवीण कुमार ने कहा, ‘मैं ये बात काफी समय से कहता आ रहा हूं। पैसा कमाओ, कौन मना कर रहा है? पैसा कमाना चाहिए लेकिन ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि आप घरेलू नहीं खेल रहे, देश को महत्व नहीं दे रहे। ये बात अब खिलाड़ियों के मन में मजबूती से बैठ गई है। मैं एक महीने पहले आराम कर लूंगा, फिर आईपीएल खेल लूंगा।’

37 साल के प्रवीण कुमार ने आगे कहा- ये मानसिक रूप से होता है, कि मैं इतने पैसे कैसे छोड़ दूं। लेकिन ये बिल्कुल भी उचित नहीं है। एक खिलाड़ी को चीजों को संतुलित करने की जरूरत है। पैसा महत्वपूर्ण है, लेकिन फ्रेंचाइजी क्रिकेट को प्राथमिकता देना गलत है।’

आईपीएल का फायदा बताया

आईपीएल के बारे में प्रवीण कुमार ने कहा कि इससे भारतीय क्रिकेट को बड़े स्टार मिले हैं। भारत के लिए 75 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले प्रवीण कुमार ने कहा- इस लीग से युवाओं को बहुत लाभ मिला है क्योंकि उन्हें न केवल भारत बल्कि दुनिया भर के वरिष्ठ खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम और मैदान साझा करने का मौका मिलता है। क्रिकेट बहुत बदल गया है. साल 2008 में आईपीएल की शुरुआत हुई और अब, आईपीएल बदल गया है, दृष्टिकोण बदल गया है, खेल अब पूरी तरह से बदल गया है।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *