ओम प्रकाश निरंजन/कोडरमा. अयोध्या में 22 जनवरी को आयोजित होने वाले श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारी जोर शोर से चल रही है. जैसे-जैसे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन नजदीक आ रहे हैं, लोगों में उतनी ही तेजी से उत्साह बढ़ता जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं. पीएम की प्रेरणा से कोडरमा के प्रदीप सुमन भी 11 दिनों का विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं.
प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत टूटेगा व्रत
झुमरी तिलैया निवासी योगाचार्य प्रदीप सुमन ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 500 वर्ष से अधिक समय के बाद अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू हो चुका है. बताया कि इस प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए वह 20 जनवरी को कोडरमा से रवाना होंगे और 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बनेंगे. प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत उनके 11 दिनों के अनुष्ठान का व्रत टूटेगा.
समाज पर पड़ेगा प्रभाव
प्रदीप सुमन ने बताया कि राम मंदिर के निर्माण से समाज में प्रभु श्री राम के मर्यादा पुरुषोत्तम और आदर्शवान होने का प्रभाव पड़ेगा और लोग संस्कारवान बनेंगे एवं एक बार फिर से देश में ऋषि-मुनियों का राज स्थापित होगा. देश में विकास एवं देश की संस्कृति को पुनर्जीवित करने से देश विश्व गुरु बनने की राह पर चल पड़ा है.
श्री रामचरितमानस से मिल रही आंतरिक ऊर्जा
प्रदीप सुमन ने बताया कि इन 11 दिन के अनुष्ठान में वह नींबू पानी और अल्प फलाहार पर रह रहे हैं. इस दौरान सुबह-शाम श्री रामचरितमानस का पाठ एवं पूजा पाठ में लीन रहने से उन्हें आंतरिक ऊर्जा प्राप्त हो रही है. इन 11 दिनों के उपवास दौरान वह अपने दैनिक कार्यों में भी लगे रहते हैं. प्राण प्रतिष्ठा के बाद वह अन्न का ग्रहण करेंगे.
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FIRST PUBLISHED : January 16, 2024, 13:59 IST