अजमेर35 मिनट पहले
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अजमेर | बढ़ते हुए शहरीकरण और प्रदूषण, प्रोसेस्ड व डिब्बा बंद खाद्य पदार्थों के अधिक प्रयोग तथा आधुनिक जीवन शैली से इंफ्लैमेटरी बॉवेल डिसीज (आइबीडी) जैसे पाचन तंत्र से संबंधित रोग निरंतर बढ़ रहे हैं। ऐसे रोगियों की संख्या पिछले पंद्रह साल में दशमलव एक प्रतिशत (0.1%) से बढ़कर अब लगभग 5% हो गई है।
क्षेत्रपाल हॉस्पिटल के गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ आकाश माथुर