फूड डिलीवरी के साथ फ्री में मौसम का हाल भी बताएगी Zomato


Zomato Weather Monitoring Service: भारतीय ग्राहकों को फ्री में फूड की डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो अब लोगों को मौसम की जानकारी भी देगी. इसके लिए उसने वेदर मॉनिटरिंग सर्विस की शुरुआत की है. कंपनी ने मौसम का हाल बताने के लिए नई वेबसाइट वेदरयूनियन डॉट कॉम की शुरुआत की है. जोमैटो ने वेदरयूनियन.कॉम को विकसित करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली में वायुमंडलीय विज्ञान केंद्र (सीएएस) के साथ सहयोग किया है और उम्मीद है कि यह पहल अधिक संस्थानों और कंपनियों तक इसका लाभ पहुंचाएगी.

45 शहरों के मौसम का हाल बताएगी जोमैटा

वेदर मॉनिटरिंग सर्विस की शुरुआत करते हुए जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने कहा कि कंपनी ने 650 से अधिक ऑन-ग्राउंड मौसम स्टेशनों के नेटवर्क के साथ देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बुनियादी ढांचा तैयार किया है. यह सर्विस तापमान, आर्द्रता, हवा की गति और वर्षा जैसे प्रमुख मौसम मापदंडों पर स्थानीय मौसम की जानकारी वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करेगी. यह सर्विस फिलहाल देश के 45 प्रमुख शहरों में उपलब्ध है. हालांकि, जोमैटो की योजना निकट भविष्य में इस नेटवर्क को अन्य शहरों तक विस्तार करने की है.

फ्री में मिलेगी मौसम की जानकारी

जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (एक्स) पर एक पोस्ट में कहा कि इन मौसम स्टेशनों द्वारा एकत्र किया गया डेटा उद्यमों और अनुसंधान संस्थानों के लिए मौसम संबंधी उपयोग के मामलों को खोलने में महत्वपूर्ण क्षमता रखता है. उन्होंने कहा कि जोमैटो अपने ग्राहकों को बेहतर सेवा देने के लिए सही व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए सटीक और वास्तविक समय की मौसम की जानकारी तक पहुंच होना हमारे लिए महत्वपूर्ण था. इसलिए, हमने इस मोर्चे पर खुद को सशक्त बनाने में सक्षम समाधान विकसित करने का बीड़ा उठाया. जोमैटो ने एक एपीआई के माध्यम से देश के सभी संस्थानों और कंपनियों के लिए इस मौसम डेटा तक पहुंच फ्री कर दी है.

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अर्थव्यवस्था की प्रोडक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा

उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि यह सर्विस मौसम संबंधी डेटा अपने पास रखने या प्रकाशित करने के लिए बहुत मूल्यवान है. इसलिए जोमैटो गिवबैक के रूप में जनता की भलाई के लिए इस डेटा तक पहुंच खोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई कंपनियों और सार्वजनिक संस्थानों को वास्तविक समय के मौसम डेटा का इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि यह भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रोडक्टिविटी को बढ़ावा दे सकता है.

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