यूपी। प्रयागराज के रहने वाले 35 वर्षीय राजीव शुक्ला ने इस महीने की शुरुआत में मुंबई की यात्रा की थी। इस दौरान उन्होंने बारबेक्यू नेशन के वर्ली आउटलेट से अपने लिए शाकाहारी भोजन का ऑर्डर दिया। शुक्ला उस समय सदमे में आ गए जब भोजन के कुछ हिस्से खाने के बाद उन्हें एक मरा हुआ चूहा मिला। इसके बाद वह बीमार पड़ गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनके मुताबिक, मुंबई पुलिस अब तक ज्यादा मदद नहीं कर पाई है। अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्ला ने कहा, “मैंने 8 जनवरी को बारबेक्यू नेशन के ऑनलाइन ऐप से शाकाहारी भोजन का ऑर्डर दिया, लेकिन भोजन दूषित था। शाकाहारी खाने के डिब्बे में चावल, सब्जी, दाल, परांठे, गुलाब जामुन और सलाद था। दाल का स्वाद अजीब था। जैसे ही मैंने चम्मच को दाल के कंटेनर में और डुबाया तो उसमें एक मरा हुआ चूहा देखकर चौंक गया।”
इसके बाद उन्हें उल्टी होने लगी। उन्होंने कहा कि गुलाब जामुन वाले डिब्बे में मरे हुए तिलचट्टे मिलने के बाद यह और भी बदतर हो गया। उन्होंने कहा, “मैंने बारबेक्यू नेशन कस्टमर केयर को फोन किया लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। चूंकि मैं बहुत बीमार महसूस कर रहा था, इसलिए मुझे रात भर में कई बार उल्टियां हुईं।” शुक्ला ने कहा कि उन्होंने उस होटल के कर्मचारियों को घटना के बारे में सूचित किया, जहां वह ठहरे हुए थे।.
उन्होंने कहा, “मैंने किसी तरह रात बिताई। सुबह होटल स्टाफ ने मेरे लिए कैब की व्यवस्था की। मैं नायर अस्पताल गया और तुरंत भर्ती हुए। जांच के दौरान फूड प्वाइजनिंग का पता चला। आपको बता दें कि नायर अस्पताल ने नागपाड़ा पुलिस स्टेशन को इसके बार सूचित किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। शुक्ला ने कहा, “मैं बांद्रा में खाद्य एवं औषधि प्रशासन के पास भी गया क्योंकि पुलिस ने मुझसे उनसे बात करने के लिए कहा। एफडीए अधिकारियों ने कहा कि शिकायत दर्ज कर ली गई है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मैं 15 जनवरी को भी नागपाड़ा पुलिस स्टेशन गया था और आधी रात तक वहीं था। अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।” इस पूरे मामले पर बारबेक्यू नेशन का भी बयान सामने आया है। आउटलेट ने कहा है कि हमने इस मामले पर जांच करवाई, लेकिन ऐसी कोई भी बात सामने नहीं आई है।
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