फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से जुडे़ उद्यमी डिजिटल मंच से उपभोक्ताओं तक बनाएं पहुंच : मनोहर लाल


फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से जुडे़ उद्यमी डिजिटल मंच से उपभोक्ताओं तक बनाएं पहुंच : मनोहर लाल

-मुख्यमंत्री ने ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग से फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के लाभार्थियों से किया संवाद

चंडीगढ, 16 सितंबर (हि.स.)। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि वह वर्तमान दौर में अपने उत्पाद सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए डिजिटल मंच का अत्यधिक उपयोग करते हुए एक सफल उद्यमी के तौर पर स्वयं को स्थापित करें।

मुख्यमंत्री शनिवार को सिरसा से सीएम की विशेष चर्चा कार्यक्रम के अंतर्गत ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के लाभार्थियों से सीधा संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज भारतीय इंडस्ट्री 4.0 के इस दौर में डिजिटल रिवोल्यूशन का चेहरा बना हुआ है। फूड प्रोसेसिंग में भी इसका कारगर उपयोग हो रहा है। विशेषकर उत्पादों को बेचने में डिजिटल प्लेटफार्म बहुत उपयोगी साबित हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादातर उपभोक्ता कोई भी खाने पीने की चीज खरीदने के समय उसकी ऑनलाइन उपलब्धता तलाश करते हैं। इसलिए फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से जुड़े सभी लोग भी डिजिटल मंच का उपयोग कर अपने उत्पाद सीधे ही उपभोक्ताओं को बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री बड़ी तेजी से विकसित हो रही है। आज बढ़ती जनसंख्या, बढ़ते शहरीकरण और स्वास्थ्य के प्रति सचेत उपभोक्ता के कारण उच्च कोटि के बाद पदार्थों की मांग निरंतर बढ़ रही है। देश में वर्ष 2022 में फूड प्रोसेसिंग उद्योग 26 लाख करोड़ रुपये का था जो अगले 3 वर्षों में बढ़कर 35 लाख करोड़ रुपये तक होने की उम्मीद है। इसलिए इस उद्योग में निवेश व विकास की व्यापक संभावनाएं है।

मनोहर लाल ने सभी उद्यमियों का कृषि प्रधान प्रदेश हरियाणा में फूड प्रोसेसिंग उद्योग को नए आयाम देने के लिए धन्यवाद भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने उद्योग लगाकर न केवल हरियाणा के औद्योगिक क्षेत्र के विकास में, बल्कि रोजगार बढ़ाने सहित लाखों किसानों की आय बढ़ाने में भी योगदान दिया है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने पिछले 9 सालों में प्रदेश में ऐसा माहौल बनाया है, जिसमें कारोबार करना आसान हो गया है, विभिन्न विभागों से अनुमति लेना सरल बना दिया गया है। हरियाणा कृषि व्यवसाय एवं खाद्य प्रसंस्करण नीति अधिसूचित करने के साथ-साथ, प्रदेश में फूड प्रोसेसिंग इकाइयों की स्थापना के लिए अनेकों प्रकार की सब्सिडी एवं करोड़ों रुपयों का सहायता अनुदान दिया जा रहा है। परिणामस्वरूप, हरियाणा में अब तक लगभग 28 हजार फूड प्रोसेसिंग यूनिट लग चुकी हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा में उद्यम पंजीकरण पोर्टल पर 6 लाख 44 हजार 544 उद्यम पंजीकरण प्रमाणित एम.एस.एम.ई. हैं। इनमें से 27 हजार 370 एम.एस.एम.ई. पंजीकृत हैं। फूड फूड प्रोसेसिंग इकाइयों के रूप में एम. एस.एम.ई. पॉलिसी व एचईईपी- 2020 के तहत कुल 4860 इकाइयों ने विभिन्न लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन किए हैं। इनमें से 1501 इकाइयों को लाभ वितरित किए जा चुके हैं तथा 719 इकाइयों को लाभ देने की प्रक्रिया चल रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/वीरेन्द्र


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *