इंदौरएक घंटा पहले
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मध्य प्रदेश में फूड सैंपल की जांच के लिए अभी सिर्फ एकमात्र लैब भोपाल में है। प्रदेशभर से अभी जांच के लिए फूड के 12 हजार से ज्यादा सैंपल आते हैं। इनमें से करीब सात से आठ हजार की जांच हो पाती है, जबकि करीब 4 से 5 हजार पेंडिंग चल रहे हैं।
एक सैंपल की जांच नियमानुसार 14 दिन में होना चाहिए, लेकिन कई सैंपल का जांच के लिए नंबर दो से तीन महीने में आ पाता है। सितंबर के अंत तक इंदौर की लैब शुरू हो जाएगी। इसके बाद भोपाल में सैंपलों की जांच का वक्त आधा हो जाएगा, यानी करीब एक महीने में जांच रिपोर्ट आ जाएगी।
वरिष्ठ खाद्य अधिकारी डीके वर्मा ने बताया कि इसके शुरू होने से भोपाल की लैब का बोझ 30 प्रतिशत तक कम हो सकेगा।
इंदौर के अलावा दो अन्य लैब ग्वालियर और जबलपुर में भी तैयार हो रही हैं। उनके शुरू होने के बाद प्रदेश में फूड सैंपलों की जांच समय पर हो सकेगी।