जबलपुर23 मिनट पहले
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एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के 300 से अधिक बच्चों के एक साथ बीमार हो जाने के बाद से रात भर जिले में हड़कंप मचा रहा। सभी बच्चों को उल्टी दस्त की शिकायत हो रही थी।असम का यह बीच टाई गई है कि दूषित भोजन खाने से यह समस्या बनी है। बीमार हुए बच्चे छठवीं से 11वीं तक के छात्र-छात्राएं हैं।रात भर में दो दर्जन से अधिक छात्राओं की हालत और गंभीर बन गई है, जिन्हें की आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। रात भर डॉक्टरों की टीम बच्चों के इलाज में जुटी रही।मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए जूनियर डॉक्टर ने मोर्चा संभाला।
रात भर बच्चों को होती रही उल्टियां।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह भी दे रात बच्चों की हालत जाने मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल पहुंचे। बच्चों के बीमार होने पर उन्होंने राज्य सरकार को घेरा और कहा कि आदिवासी छात्रावास में जो बच्चे रह रहे हैं उनकी स्थिति ठीक नहीं है। बच्चों को जो भोजन दिया जाता है वह घटिया होता है इतना ही नहीं वेंडर जो खाना बच्चों को दे रहे हैं, उसको लेकर जिला प्रशासन या फिर सरकार कभी जांच नहीं करती है। उन्होंने कहा कि आज बच्चों की हालत के लिए राज्य सरकार ही जिम्मेदार है क्योंकि उन्हें खराब खाना परोसा गया जिसके चलते बच्चे बीमार हुए हैं।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी पहुंचे अस्पताल।
मेडिकल कॉलेज में देर रात पर वित्त मंत्री तरूण भनोत, महापौर जगत बहादुर सिंह अनु और भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रभात साहू भी पहुंचे। मेडिकल में देर रात की जरूरी दवाइयां उपलब्ध करवाई गई। पूर्व मंत्री कहां की बच्चों को जो खाना दिया है वह बहुत ज्यादा सड़ा हुआ था, जिस कारण यह स्थिति बनी है। धर्म भनोट ने कहा कि जबलपुर जिले की है बदकिस्मती है कि जब बच्चे बीमार हुए तो एंबुलेंस भी नसीब नहीं हुई। ई-रिक्शा और स्कूटर से बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया। बच्चों के बीमार होने को लेकर भनोट ने कहा कि बच्चों के बीमार होने की वजह हैं।
पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट रात भर रहे मेडिकल कॉलेज में।
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में करीब 400 बच्चे रहते हैं जिनमें से की अधिकतर बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं।मौके पर पहुंची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने खाने का सैंपल जूता है जिसकी जांच अब कराई जाएगी।विद्यालय प्रबंधन भी अभी तक यह जवाब नहीं दे पा रहा है कि आखिर इतने बच्चे एक साथ कैसे बीमार हो गए।