लाहौर: वर्ल्ड कप 2023 में शर्मनाक प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए बाबर आजम ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के हर फॉर्मट की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है। बाबर ने अपनी कप्तानी में टीम को नंबर-वन वनडे रैंकिंग तक पहुंचाया था। 29 साल के बाबर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए यह घोषणा की। पाकिस्तानी मीडिया की माने तो अगर बाबर आजम कप्तानी से इस्तीफा नहीं देते तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड उन्हें खुद ही बर्खास्त कर देता। पाकिस्तानी मीडिया में लगातार बाबर आजम के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा था। बाबर की पर्सनल चैट तक नेशनल टीवी में लीक कर दी गई थी।
अपनी कप्तानी में बाबर आजम का योगदान
- वर्ल्ड कप में भारत को हराने वाले एकमात्र कप्तान
- आठ में से 7 टेस्ट जीतने वाले पहले पाक कप्तान
- 12 साल बाद NZ के खिलाफ वनडे सीरीज जीत
- 18 साल बाद जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीत
- 19 साल बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज जीत
- पाकिस्तान क्रिकेट टीम का वनडे में सबसे बड़ा रन चेज
कप्तानी छोड़ी या छीनी गई?
लाहौर में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की अंतरिम मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष जका अशरफ से मुलाकात के तुरंत बाद उन्होंने यह फैसला लिया। अपने बयान में बाबर ने कहा, ‘मुझे वह क्षण अच्छी तरह से याद है जब मुझे 2019 में पाकिस्तान का नेतृत्व करने के लिए पीसीबी से कॉल आया था। पिछले चार वर्षों में मैंने मैदान पर और बाहर कई उतार-चढ़ाव का अनुभव किया है। मैंने पूरे दिल से और लगन से पाकिस्तान का गौरव और सम्मान बनाए रखने के लिए मेहनत की। वनडे फॉर्मेट में नंबर वन टीम बनना खिलाड़ियों, कोचों और मैनेजमेंट के सामूहिक प्रयासों का नतीजा था, लेकिन मैं इस यात्रा के दौरान पाकिस्तान क्रिकेट प्रशंसकों के अटूट समर्थन के लिए उनका आभार व्यक्त करना चाहता हूं। मैं तीनों प्रारूपों में एक खिलाड़ी के रूप में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करना जारी रखूंगा। मैं अपने अनुभव और समर्पण के साथ नए कप्तान और टीम का समर्थन करने के लिए यहां हूं।’
पहली बार लगातार चार हार
बाबर आजम को पहली बार 2019 में टी-20 का कप्तान बनाया गया था। साल 2020 में उन्हें टेस्ट और वनडे टीम की जिम्मेदारी मिली। बाबर ने कप्तानी छोड़ने के अपने फैसले का कोई खास कारण नहीं बताया। वर्ल्ड कप के इतिहास में ये पहला मौका था, जब टीम ने लगातार चार मैच हारे। पाकिस्तान नौ मैच में से पांच हार के साथ टूर्नामेंट में पांचवें नंबर पर रही। सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए पाकिस्तान को अपने आखिरी लीग मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 287 रन की विशाल जीत चाहिए थी, लेकिन ग्रीन आर्मी 93 रन से मुकाबला गंवाते हुए वर्ल्ड कप से बाहर हो गई थी।