राजगढ, 16 अप्रैल : ज़िला सिरमौर के राजगढ़ का प्रसिद्व एवं पारंपरिक तीन दिवसीय जिला स्तरीय बैसाखी मेले के समापन अवसर पर अन्तिम सांस्कृतिक संध्या में हिमाचल के प्रसिद्व कलाकार कुलदीप शर्मा, गीता भारद्वाज, अरूण जस्टा, रघुवीर ठाकुर, हेमन्त शर्मा, वर्षा चौहान और राजेन्द्र वर्मा ने अपनी मधुर एवं सुरीली आवाज़ से दर्शकों का खूब नचाया और मेले में आए लोगों का भरपूर मनोरंज़न दिया। इससे पूर्व स्थानीय कलाकारों ने भी दर्शको का भरपूर मनोरंजन किया।
गत सायं मेले की अन्तिम सांकृतिक संध्या कार्यक्रम में सुरेन्द्र सिंह ठाकुर पूर्व न्यायाधीश हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत किया। ठाकुर ने मेले की बधाई देते हुए कहा कि उत्सव, मेले और त्यौहार हमारी प्राचीन समृद्ध संस्कृति के द्योतक हैं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति विशुद्ध संस्कृति है, जो भारतीय संस्कृति की पहचान है। विशेषकर सिरमौर की संस्कृति प्रदेश की संस्कृति से अलग है और इसकी अपनी अलग पहचान है। उन्होंने सिरमौर की संस्कृति को संजोए रखने के लिए राजगढ़ वासियों सहित सिरमौर वासियों को भी बधाई दी।
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उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से न केवल हमारी संस्कृति की पहचान होती है बल्कि सांस्कृतिक मूल्यों को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने में भी मदद मिलती है। उन्होंने बैसाखी मेले के सफल आयोजन के लिए सभी क्षेत्रवासियों व मेले के आयोजन से जुडे़ प्रशासन एवं मेला कमेटी को मेले के सफल आयोजन के लिए भी बधाई दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ठाकुर ने मेला समिति द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन भी किया।
इससे पूर्व अध्यक्ष मेला कमेटी एवं एसडीएम राजगढ़ राज कुमार ठाकुर ने मुख्य अतिथि सुरेन्द्र सिंह ठाकुर का स्वागत करते हुए शॉल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर तहसीलदार उमेश शर्मा, नायब तहसीलदार दया नन्द शर्मा, मेला समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यगण सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
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