नई दिल्ली. हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और शैफाली वर्मा जैसी बैटर की चकाचौंध के आगे हरफनमौला दीप्ति शर्मा (Deepti Sharma) को उतनी चर्चा नहीं मिल पाती जिसकी वे हकदार हैं. बावजूद इसके 26 साल की दीप्ति के प्रदर्शन की अनदेखी करना मुश्किल है. भारतीय महिला क्रिकेट टीम (India Women cricket team) की हाल की सफलताओं में बल्ले और गेंद से उनके प्रदर्शन का अहम योगदान रहा है.
वर्ष 2023 के आख्रिर में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में भारतीय टीम की जीत में दीप्ति का प्रदर्शन जबर्दस्त रहा था. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में वे 39 रन देकर 9 विकेट लेने के अलावा बल्ले से भी 67 रन बनाकर प्लेयर ऑफ द मैच रही थीं. इसी तरह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में आगरा की इस खिलाड़ी ने दो विकेट लेने के अलावा 78 रन बनाए थे.
WPL में हैट्रिक लेने वाली पहली भारतीय बॉलर
गेंद और बल्ले से किसी मैच का रुख पलटने में सक्षम दीप्ति इस समय विमेंस प्रीमियर लीग (Women’s Premier League) में अपने प्रदर्शन से धमाल मचा रही हैं. यूपी वॉरियर्स की ओर से खेल रहीं दीप्ति ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हैट्रिक लेकर WPL में यह कारनामा करने वाली पहली भारतीय क्रिकेटर बनने का गौरव हासिल किया. स्पिन गेंदबाजी से चमक दिखाने के बाद बारी बल्ले से धमक दिखाने की थी. गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में दीप्ति ने 60 गेदों पर 9 चौकों और चार छक्कों की मदद से नाबाद 88 रनों की पारी खेली और अकेले दम पर टीम को जीत दिलाने के करीब पहुंच गई थीं. इस मैच में उन्होंने 22 रन देकर दो विकेट भी हासिल किए थे. हालांकि इस ऑलराउंड प्रदर्शन के बावजूद यूपी वॉरियर्स को मैच में 8 रन की हार झेलनी पड़ी.
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ऑरेज के साथ-साथ पर्पल कैप की होड़ में
WPL के 2024 सीजन में दीप्ति अब तक ‘मोस्ट वेल्यूएबल प्लेयर’ साबित हुईं हैं. बाएं हाथ की इस बैटर ने जहां टूर्नामेंट के आठ मैचों में 98.33 के औसत और 136.57 के स्ट्राइक रेट से सर्वाधिक 295 रन बनाए हैं वहीं अपनी ऑफ स्पिन बॉलिंग से वे अब तक 21.7 के औसत से 10 विकेट ले चुकी हैं. बॉलर्स में दिल्ली कैपिटल्स की जेस जोनासेन व राधा यादव के साथ संयुक्त रूप से वे दूसरे स्थान पर (आंकड़े 13 मार्च तक के) हैं. ऑरेंज कैप के साथ पर्पल कैप का भी उन्हें प्रबल दावेदार माना जा रहा.
भाई के सपोर्ट से करियर में छुई ऊंचाई
पिता ने दीप्ति शर्मा को क्रिकेट में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया.
आगरा के एक मध्यमवर्गीय परिवार से निकलकर क्रिकेट में ऊंचा मुकाम बनाने तक का दीप्ति का सफर आसान नहीं रहा. इसमें उनकी कड़ी मेहनत के अलावा परिवार खासकर भाई की ओर से मिला सपोर्ट अहम रहा है. ‘ताज’ के शहर आगरा की दीप्ति 9 वर्ष की उम्र से ही क्रिकेट खेलने लगी थी. रेलवे में काम करने वाले पिता भगवान शर्मा और मां से उन्हें भरपूर सहयोग मिला. दीप्ति के भाई सुमित तेज गेंदबाज रहे हैं और अंडर 19 और अंडर 23 में यूपी की ओर से खेल चुके हैं. सुमित ने कम उम्र में दीप्ति के टेलैंट को पहचान लिया था, ऐसे में दीप्ति के करियर को ऊंचाई देने के लिए उन्होंने अपना करियर दांव पर लगा दिया. भाई से मिली मदद और कड़ी मेहनत के बल पर दीप्ति आगे बढ़ती गईं.
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मध्यम गति की गेंदबाज से स्पिनर बनीं
सुमित ही दीप्ति के प्रारंभिक कोच रहे. भाई ने यह सुनिश्चित किया कि आगरा में दीप्ति को उच्च स्तर की प्रैक्टिस सुविधाएं मिलती रहें. इस दौरान भारतीय टीम की पूर्व क्रिकेटर हेमलता काला और रीता डे का दीप्ति को भरपूर प्रोत्साहित किया. एक बार सुमित जब क्रिकेट की प्रैक्टिस कर रहे थे तो दीप्ति के पास गेंद गई. सुमित ने दीप्ति से गेंद फेंकने को कहा तो उन्होंने दूर से थ्रो फेंककर सीधे स्टंप हिट दिया. दीप्ति के सटीक निशाने को देख रहीं हेमलता ने ही दीप्ति को क्रिकेट में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करने की सलाह सुमित को दी थी. दीप्ति करियर की शुरुआत में मध्यम गति की गेंदबाज थीं लेकिन ऑफ स्पिन गेंदबाजी की ओर शिफ्ट करना उनके लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ. करियर की शुरुआत में यूपी टीम में चयन के दौरान उनकी अनदेखी हुई लेकिन हिम्मत हारे बगैर दीप्ति ने अच्छा प्रदर्शन जारी रखा.
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टैटू बनवाने का है शौक
दीप्ति क्रिकेट में अपनी कामयाबी को परिवार की ओर से मिले सपोर्ट का नतीजा मानती हैं. वे कहती हैं, ‘परिवार के सहयोग के बिना आप कुछ हासिल नहीं कर सकते. मैं खुशकिस्मत हूं कि मेरे परिवार ने कभी लड़के और लड़की में भेदभाव नहीं किया.’ दीप्ति की परवरिश लड़कों की तरह हुई. क्रिकेट मैदान के बाहर भी अकसर उन्हें ट्रैकपेंट/ट्राउजर में ही देखा जाता है. टैटू बनवाने का भी उन्हें शौक है. हनुमान भक्त दीप्ति ने अपने हाथ में पवनपुत्र का टैटू बनवाया है.
हर फॉर्मेंट में भारत की स्टार परफॉर्मर
नवंबर 2014 में 17 वर्ष की उम्र में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे खेलकर दीप्ति ने इंटरनेशनल डेब्यू किया. वे अब तक चार टेस्ट, 86 वनडे और 104 टी20I खेल चुकी हैं और हर फॉर्मेट में टीम के लिए ‘असेट’ साबित हुई हैं. टेस्ट क्रिकेट में 63.40 के औसत से 317 रन बना चुकी इस हरफनमौला ने 13.75 के औसत से 16 विकेट भी हासिल किए हैं. वनडे में 35.39 के औसत से 1982 रन (एक शतक) व 29.47 के औसत से 100 विकेट तथा टी20I में 23.60 के औसत से 1015 रन व 19.34 के औसत से 113 विकेट उनके नाम पर हैं. क्रिकेट में उपलब्धियों के कारण दीप्ति को योगी आदित्यनाथ सरकार ने यूपी पुलिस में डीएसपी के पद से नवाजा है. वर्ष 2020 में वे प्रतिष्ठित अर्जुन अवार्ड से भी सम्मानित की जा चुकी हैं.
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Tags: Cricket, Deepti Sharma, Off The Field, Women’s Premier League
FIRST PUBLISHED : March 14, 2024, 15:03 IST