दुनिया के विभिन्न खेलों में क्रिकेट प्रमुख रूप से शुमार है। विश्वभर में इस खेल के प्रति करोड़ प्रशंसक दीवाने हैं। वहीं, अकेले भारत में ही बड़ी संख्या में लोग क्रिकेट प्रेमी हैं। भारत में पूरे वर्ष विभिन्न प्रकार के टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के मैच खेले जाते हैं।
खास बात यह है कि क्रिकेट को देखने के लिए लंबी-लंबी कतारों में लग लोग स्टेडियम का रुख भी करते हैं। भारत के अलग-अलग राज्यों में आपको कई छोटे बड़े स्टेडियम देखने को मिल जाएंगे। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत के किस राज्य में दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस संबंध में जानेंगे।
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भारत का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि भारत का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम कौन-सा है, तो आपको बता दें कि सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम नरेंद्र मोदी स्टेडियम है, जो कि गुजरात के अहमदाबाद में स्थित है।
इस स्टेडियम को पूर्व में भारत के पहले गृहमंत्री रहे सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम से जाना जाता था। बाद में इस स्टेडियम का नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर रखा गया है।
आपको बता दें कि इस स्टेडियम का निर्माण साल 1983 में किया गया था और उसे समय इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता करीब 49000 थी, उस समय यहां पहली बार भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच हुआ था। वर्तमान में इस स्टेडियम में एक लाख से अधिक दर्शक बैठकर मैच का आनंद ले सकते हैं।
सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड
अब सवाल है कि भारत में सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड कौन-सा है, तो आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश राज्य में स्थित चैल क्रिकेट ग्राउंड दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट क्रिकेट ग्राउंड है।
कितनी ऊंचाई पर है क्रिकेट ग्राउंड
दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड 2444 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो इसे दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड की उपाधि दिलाता है।
कब किया गया था निर्माण
दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड कोई नया क्रिकेट ग्राउंड नहीं है, बल्कि यह 18वीं सदी का क्रिकेट ग्राउंड है। इस क्रिकेट ग्राउंड का निर्माण 1893 में किया गया था। इसके बाद से यहां की पिच पर लगातार क्रिकेट खेला जा रहा है।
गर्मियों की राजधानी हुआ करता था चैल
आपको बता दें कि पटियाला के महाराजा भूपेंद्र सिंह एक क्रिकेट प्रेमी थे और उनकी गर्मियों की राजधानी हिमाचल प्रदेश का चैल हुआ करता था। ऐसे में उस समय उन्होंने यहां एक क्रिकेट पिच का निर्माण करवाया। इसके बाद यहां क्रिकेट खेले जाने लगा और आज यह दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड हो गया है।
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