यहां होती थी तीतरों की पहलवानी, नवाबों के मनोरंजन का था एक बड़ा साधन


अंजू प्रजापति/रामपुर: उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में स्थित रामपुर अपने ऐतिहासिक इमारत, गौरवशाली अतीत और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए विख्यात है. यह शहर नवाबों की राजधानी के रूप में अपने शाही इतिहास का प्रतिनिधित्व करता है. इसकी झलक यहां के गली मोहल्लों, बागों और शाही इमारतों में स्पष्ट रूप से देखने को मिलती है.

रियासत काल में नवाबों के बड़े अंतरंगी शौक हुआ करते थे. रामपुर के नवाब हामिद अली खां को पशुपालन का बहुत शौक था. उन्होंने शहर के बीचों बीच विशाल पाकड़ पर तीतर पाल रखे थे. जहां गर्मियों का मजा लेने और तीतरों की लड़ाई देखने के लिए दूर- दूर से लोग यहां आया करते थे. रामपुर शहर बसाने के बाद यहां के गली मोहल्लों का भी अपना एक अलग इतिहास रहा है.

इतिहासकार फ़रहत अली खान बताते हैं कि रामपुर इतिहास की भूमि है. रामपुर में बहुत सी जगहों के नाम यहां के वृक्ष के नाम पर रखे गए है. अधिकतर गली मोहल्लों का इतिहास नवाब खानदान से जुड़ा है. जब छुट्टी का दिन मिलता था, तो गर्मियों के दिनों में सब लोग तीतर वाले पाकड़ के नीचे एंटरटेनमेंट किया करते थे. यहां तीतरों का भी ऐसे ख्याल रखा जाता था जैसे अपने बच्चे को हम कुश्ती में लेकर जाते हैं. पहलवान बनाने की कोशिश करते हैं. ये लोग तीतरों को ड्राई फ्रूट्स खिलाते थे.

तब नवाब हामिद अली खान पाकड़ वाली तीतर की लड़ाई देखने आते थे. आज भी सालों पुरानी पाकड़ की शाखाएं लोगों को धूप और पानी से सुरक्षित रखती हैं. आज भी पुराने लोग इस पाकड़ के नीचे बैठकर चौसर ,लूडो और कैरमबोर्ड खेलते हैं.

NOTE- ख़बरों की ओवरडोज के बीच, कभी आपसे किसी ने पूछा है कि आपको क्या पसंद है? खबर पढ़ना या वीडियो देखना. इसलिए Local-18 पूछ रहा है, आपको कैसी खबरें चाहिए? फॉर्म भरने में 1 मिनट से ज्यादा नहीं लगेगा. क्योंकि हमारे जुड़ाव की कहीं से तो शुरुआत होगी…आइये सालों पुरानी कुछ आदतें बदलें!   यहां क्लिक करें और सर्वे में हिस्सा लें…

Tags: Local18, Rampur news


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *