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- Virat Kohli Running Speed Vs Pakistan; Running Between The Wickets Rules Explained World Cup Special 2023 Series
11 मिनट पहले
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एशिया कप, इंडिया vs पाकिस्तान और विराट कोहली के 122 रन। मैच तो याद ही होगा। कोहली की पारी में एक खास बात थी। उन्होंने 122 में से 56% रन दौड़कर बनाए थे।
इस दौरान कोहली केएल राहुल के साथ रनिंग करते वक्त 31 किमी/घंटे की रफ्तार तक पहुंच गए। आखिर उन्होंने ये कैसे किया..क्या है इसका साइंस।
साइंस ऑफ क्रिकेट के इस एपिसोड में बात विकेटों के बीच रनिंग की
रनिंग के पीछे न्यूटन का लॉ, फ्रिक्शन फोर्स
विकेट्स के बीच की दौड़ के पीछे है न्यूटन का थर्ड लॉ यानी एक्शन एंड रिएक्शन। इसके अलावा, फ्रिक्शन फोर्स और इससे घटने या बढ़ने वाली स्पीड का भी रोल है।

ये साइंस रनिंग में कैसे लागू होता है?
विकेट्स के बीच दौड़ लगभग 20 (20.11) मीटर की होती है। इसके 3 हिस्से हैं। पहला- टेकऑफ, दूसरा- एक्सेलरेशन और तीसरा- डी एक्सेलेरेशन और टर्निंग।
टेकऑफ: टेकऑफ के वक्त बैट्समैन पिछले पैर से जमीन पर फोर्स लगाता है, बदले में ऐसी ही फोर्स जमीन से लगती है यानी न्यूटन का लॉ… एक्शन एंड रिएक्शन।

एक्सेलेरेशन और डी एक्सेलेरेशन: इस फेज में बैटर की रफ्तार और बढ़ती है, ये फ्रिक्शन फोर्स की मदद से होता है। स्पाइक्स शूज और जमीन के बीच होने वाले कॉन्टैक्ट से पैदा होने वाली फोर्स बैटर को रफ्तार देती है। स्पाइक्स शूज में मेटल के स्पाइक्स होते हैं, जो खिलाड़ी के पैर को मिट्टी पर अच्छी पकड़ देते हैं। फ्रिक्शन फोर्स भी ज्यादा पैदा होता है।
बल्लेबाज जब दूसरे रन की तैयारी करता है तो क्रीज के करीब पहुंचने पर रफ्तार घटाता है। मुड़कर जमीन को पुश करता है। इससे दूसरे रन के लिए वैसी ही फोर्स मिलती है, जैसी रन की शुरुआत यानी टेकऑफ के वक्त मिली थी।

कोहली की रनिंग स्पीड 31 KMPH
चौकों-छक्कों के अलावा कोहली की रनिंग भी चर्चा में रहती है। उन्होंने करियर के 54% रन दौड़कर बनाए हैं। रनिंग के लिए एनर्जी हासिल करने के लिए विराट एनारुबिक फिटनेस का इस्तेमाल करते हैं। यानी अगर मसल्स में ऑक्सीजन कम भी है तो भी वो सेल्स से रिएक्ट कर एनर्जी पैदा करती है।

एनारुबिक फिटनेस को ऐसे समझिए
शरीर का ऊर्जा बनाने का सारा सिस्टम ऑक्सीजन पर टिका है, जो मसल्स, अंगों और कोशिकाओं तक रक्त के जरिए पहुंचती है। कोशिकाओं में ऑक्सीजन और ग्लूकोज के रिएक्शन से ऊर्जा मिलती है। यही ऊर्जा मांसपेशियों और दिमाग जैसे प्रणालियों को चलाती है।
किसी मांसपेशी तक ऊर्जा पहुंचने में 45 सेकेंड का समय लगता है और जब विराट कोहली रनिंग करते हैं तो उनके पास इतना वक्त नहीं होता। ऐसी स्थिति में जब कोशिकाओं में कम या अपर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मौजूद रहती है तो भी वह ऊर्जा पैदा करती है। इसी को एनारुबिक फिटनेस कहते हैं। इसी की बदौलत वे लगातार दौड़ते हैं।
एक बॉल से दूसरी बॉल के बीच अमूमन 20 सेकंड का वक्त लगता है। ऐसे में कोहली के शरीर को रेस्ट करने और ऑक्सीजन रोटेशन सामान्य करने का वक्त मिल जाता है।

बोल्ट से कम नहीं हैं विराट कोहली
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बोल्ट 100 मीटर दौड़ के पहले 20 मीटर की दूरी 2.8 सेकंड में तय करते हैं। कोहली यही दूरी 3.15 सेकंड में पूरी कर लेते हैं। हालांकि कई बार वो ऐसा करते वक्त विकेटों के बीच दौड़ भी लगा रहे होते हैें। यानी हेलमेट, पैड, बैट और ग्लव्स जैसे क्रिकेटिंग गियर्स के साथ। इसीलिए कोहली को इस रिपोर्ट में बोल्ट जैसा ही तेज बताया गया है।
कुछ और नाम हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट तो छोड़ दिया, लेकिन रन लेते वक्त उनकी रफ्तार कोहली से कम नहीं थी…

ग्राफिक्स: अंकुर बंसल, राहुल शर्मा
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