रफी साहब का जब दिल हुआ बेचैन, हीरो की जेब में रखा पैसों भरा लिफाफा, कहा था-‘दिल की आवाज भी सुन’


मुंबई. मोहम्मद रफी साहब किसी गीत को आवाज दें और वह दिल को ना छुए ऐसा कभी होता नहीं था. रफी साहब गीतों में अपनी आत्मा डाल देते थे और यही वजह है कि वह हर श्रोता के दिल में बस जाते थे. रफी साहब नेकदिल शख्स भी थे और वे हमेशा दूसरों के लिए सोचा करते थे. एक दफा उन्होंने बॉलीवुड के मशहूर एक्टर की जेब में पैसों से भरा लिफाफा रख दिया था. यह देख वह एक्टर शॉक्ड रह गया था. रफी साहब ने ऐसा क्यों किया था? आइए, song of the week में इसी किस्से के बारे में बताते हैं.

फिल्मी दुनिया में कई कलाकार ऐसे रहे हैं, जिनका करियर जब ढलान पर आने लगा तो उन्होंने फिल्म बनाने का निर्णय किया. ऐसा ही कुछ फेमस एक्टर जॉय मुखर्जी ने भी किया था. जॉय मुखर्जी का जब करियर ग्राफ नीचे आ रहा था तो उन्होंने एक फिल्म ​बनाने का फैसला किया. इसी फिल्म के बाद रफी साहब ने उन्हें पैसों से भरा लिफाफा थमाया था.

टीम लाजवाब लेकिन फिल्म…
जॉय मुखर्जी 20 दिसम्बर 1968 को फिल्म ‘हमसाया’ लेकर आए थे. फिल्म के​ निर्माता निर्देशक जॉय ही थे. फिल्म में उनके साथ माला सिन्हा और शर्मिला टैगोर लीड एक्ट्रेस थीं. फिल्म को बेस्ट बनाने के लिए जॉय ने पूरी कोशिश की थी. फिल्म का संगीत ओपी नैयर ने दिया था और गाने मोहम्मद रफी, आशा भोसले और महेंद्र कपूर ने गाए थे. फिल्म के सभी गीत हिट रहे थे लेकिन फिल्म को दर्शकों ने नकार दिया था. जॉय मुखर्जी ने बड़े मन से ​यह फिल्म बनाई थी लेकिन यह सफल नहीं हो सकी.

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Humsaya

मोहम्मद रफी हुए बैचेन
जॉय मुखर्जी ने फिल्म के गानों के लिए रफी साहब पर भरोसा जताया था. रफी साहब का एक सोलो गाना था जो बेहद हिट रहा था. फिल्म के लिए जॉय ने रफी साहब को उतनी ​ही ​फीस दी थी, जितनी उस दौर में उनकी मार्केट वैल्यू थी. लेकिन जब फिल्म फ्लॉप साबित हुई तो रफी साहब का दिल नहीं माना. वे नहीं चाहते थे कि जॉय आर्थिक रूप से और परेशानी झेलें. ऐसे में वे एक दिन उनके घर गए और बातचीत के बाद पैसों से भरा लिफाफा उनकी जेब में रख दिया. जब जॉय ने लिफाफा देखा तो वे समझ गए कि रफी साहब अपनी फीस लौटाने आए हैं. उन्होंने वह रुपये लेने से साफ इनकार कर दिया. लेकिन रफी साहब कहां मानने वाले थे उन्होंने लिफाफा वापस थमाते हुए कहा ‘दिल की आवाज भी सुन’. दरअसल, जो फेमस ​गीत रफी साहब ने गाया था उसका बोल थे…

दिल की आवाज भी सुन मेरे फसाने पे न जा
मेरी नजरों की तरफ देख जमाने पे न जा

बता दें, जॉय मुखर्जी का जन्म 24 फरवरी 1939 को झांसी में हुआ था. जॉय की पत्नी का नाम नीलम था और उनके तीन बच्चे हैं. जॉय का निधन 9 मार्च 2012 को हुआ था.

Tags: Entertainment Special, Mohammad Rafi, Sharmila Tagore


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