रिफाइन और पाउडर से धड़ाधड़ बन रहा मावा, खरीदने से पहले देख लीजिए वीडियो


भिंड: मध्य प्रदेश के चंबल इलाके में मिलावट का धंधा जोरों पर है। डेयरी प्रोडक्ट में भी जमकर मिलावट हो रहा है। भिंड जिले में नकली मावा बनाने वाली एक फैक्ट्री का खुलासा हुआ है, जहां रिफाइन और पाउडर से मावा तैयार किया जा रहा है। इस मावे की सप्लाई बाजारों में होती थी। इसी से मिठाई बनते थे। शादी-विवाह की सीजन में इसकी खपत ज्यादा होती थी। मिलावटी मावे से बनी मिठाइयां लोग चाव से खाते थे। ऐसे में अगर आप भी बाजार से मावा खरीदने जा रहे हैं तो इस वीडियो को देख लें।

मिलावटी मावा जब्त

दरअसल, भिंड के देहात थाना क्षेत्र के ग्राम बक्शीपुर में फूड विभाग ने दो डेयरी पर कार्रवाई की है। कार्रवाई के दौरान 2 लाख से भी अधिक कीमत का मिलावटी मावा जब्त किया है। बताया जा रहा है कि शादी सीजन में मावा की जबरदस्त डिमांड मार्केट में आ रही है। बताया जा रहा है कि डिमांड के बराबर जब मार्केट में मावा उपलब्ध नहीं हो रहा है तो लोग अब इसमें हानिकारक तत्वों को मिलाकर नकली मावा और घी तैयार कर रहे हैं।

ग्रामीण इलाकों में सबसे ज्यादा बन रहा

ग्रामीण अंचल में यह काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इसे शहरों में लाकर ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। लोग भी बड़े चाव के साथ इसे खा रहे हैं। साथ ही इसका आनंद ले रहे हैं। शायद ही उन्हें जानकारी हो कि इस मावा को बनाने में कई प्रकार के हानिकारक तत्वों को मिलाया जाता है। मिलावट के बाद मावे की क्वांटिटी बढ़ जाती है। साथ ही यह मावा ओरिजिनल लगने लगता है, जिसकी पहचान कर पाना बेहद मुश्किल होता है।

शैंपू और डिटर्जेंट की भी मिलावट

यही स्थिति घी और दूध के साथ भी है। ग्रामीण अंचल में डेयरी में फैट बढ़ाने के लिए दूध में यूरिया, शैंपू, डिटर्जेंट, जैसी चीज मिलाई जाती है। इसकी वजह से दूध की गुणवता अधिक दिखने लगती है।

फूड विभाग को मिली थी गुप्त जानकारी

भिंड में फूड सेफ्टी अधिकारी अवनीश गुप्ता को मुखबिर से यह सूचना मिली थी, जिसके बाद उन्होंने यह कार्रवाई की है। श्रीराम दूध डेयरी और शिवनारायण डेयरी को प्रशासन ने सील कर दिया है। बताया जा रहा है कि इन डेयरी से ₹200000 से भी अधिक की कीमत का मिलावटी मावा, देसी घी, मिल्क पाउडर सहित अन्य सामग्री जब्त की गई है। इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।


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