फलेवर्ड मिल्क व योगर्ट – नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक प्लेन मिल्क व योगर्ट के समान फलेवर्ड मिल्क व योगर्ट भी बॉडी को कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन डी प्रदान करता है। मगर साथही चॉकलेट, वनीला और स्ट्रॉबेरी जैसे फलेवर्स में मौजूद इन खाद्य पदार्थों से शरीर में कैलोरीज़ की मात्रा बढ़ जाती है। जो क्रानिक डिज़ीज़ का कारण साबित होती है। इसके अलावा ये बच्चों में मोटापा, कैविटी और अन्य हेल्थ इशूज का कारण भी साबित होती है।… अधिक पढ़ें
पैकेट बंद फ्रूट जूस – जूस पीने से शरीर में का शुगर लेवल इंबैलेंस हो जाता है। दरअसल, इसमें मौजूद अत्यधिक मात्रा में शुगर और प्रिजर्वेटिव्स ब्ल्ड प्रेशन और मोटापे के खतरे को बढ़ा देता है। दरअसल, फलों के रस में फाइबर की मात्रा कम होती है और फ्रुक्टोज का स्तर ज्यादा होता है। जो बॉडी हाई ब्लड शुगर और डाइजेस्टिव प्रोबलम्स का कारण बन जाता है। ऐसे में बाज़ार में बिकने वाले फ्रूट जूस के स्थान पर फलों का सेवन करें।… अधिक पढ़ें
रेगुलर सफेद ब्रेड – अधिकतर लोग नाश्ते में ब्रेड का सेवन करते हैं। मगर अत्यधिक मात्रा में ब्रेड का सेवन करने से शरीर में डायबिटीज़ का खतरा बढ़ने लगता है। इसमें पाया जाने वाला हाई शुगर केटेंट क्रेविंग्स को बढ़ाता है। इसके अलावा वेटगेन और डिप्रेशन का भी कारण बन जाता है। ब्रेड को ब्राउन करने के लिए कैरेमल का भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इसके स्वाद को बढ़ाने के लिए इसमें हाई फुक्टोस कॉर्न सिरप मिलाया जाता है। कार्ब्स और पोटेशियम रिच ब्रेड स्वस्थ्य के लिए हानिकारक है।… अधिक पढ़ें
बिस्किट व कुकीज़ – बाज़ार में बिकने वाले बिस्किट व कुकीज़ कई स्वस्थ्य संबधी जोखिम का कारण साबित होते हैं। खाली पेट बिस्किट खाने से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। इसके अलावा कुकीज़ का सेवन करने से शरीर में ब्लड प्रेशर और हाइपोथायरायडिज्म का खतरा बढ़ने लगता है। इस बारे में स्किन स्पेशलिस्ट डॉ एन एस विर्क के मुताबिक बिस्किट तैयार करने में इस्तेमाल होने वाला मैदा स्किन संबधी समस्याओं का खतरा बढ़ा देता है। इससे बच्चों से लेकर बड़ों तक एटोपिक डर्माटाइटिस का खतरा बढ़ जाता है।… अधिक पढ़ें
आलू और अन्य चिप्स – पैकिटस में बंद चिप्स को राज़ाना खाने से शरीर मोटापे का शिकार होने लगता है। इसमें मौजूद सोडियम की अधिक मात्रा शरीर में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ा देती है। जो आगेचलकर हृदय रोगों की संभावना को बढ़ाता हैं। ज्यादा चिप्स खाने से शरीर में हार्मफुल बैक्टीरिया बढ़ते हैं। जो फूड पॉइजनिंग और इंनडज्ञइजेशन के खतरे को बढ़ा देते हैं। ऑयल और मिर्च मसालों से समृद्ध चिप्स का सेवन स्किन संबधी समस्याओं के खतरे को भी बढ़ाने लगता है।… अधिक पढ़ें
बर्गर, पिज्ज़ा और पैटीज़ – सोडियम से भरपूर फास्ट फूड शरीर में होने वाली कई समस्याओं का कारण बन जाता है। बर्गर, पिज्ज़ा और पैटीज़ का सेवन करने से शरीर में मोटापा बढ़ने लगता है। साथ हार्टफेलियर का खतरा बढ़ने लगता है। इसमें अधिक मात्रा में मौजूद सोडियम ब्लड वेसल्स में स्टिफनेस का कारण बनता है। साथ ही इससे ब्लड वेसलस संकरी भी हो जाती है। कार्ब्स और फैट्स की ज्यादा मात्रा ब्लोटिंग के खतरे को बढ़ा देती है। इन फूड्स में फाइबर की कमी कॉस्टिपेशन का कारण बन जाती है।… अधिक पढ़ें
एनर्जी या कोल्ड ड्रिंक – कोल्ड ड्रिंक लोगों की पहली पसंद बन चुकी है। इन हाई कार्बोनेटेड ड्रिंक्स का नियमित सेवन करने से शुगर व कैलोरीज़ बढ़ने लगती है। जो हृदय के अलावा लीवर के खतरे को भी बढ़ाता है। इसमें पाया जाने वाला फॉस्फोरिक एसिड कई बीमारियों के खतरे का कारण बन जाता है। इससे बॉडी का इम्यून सिस्टम वीक होने लगता है। दरअसल, इसमें पाई जाने वाली शुगर से चेहरे पर इंफलामेशन की शिकायत बढ़ जाती है। जो चेहरे पर दिखने वाले एक्ने और डलनेस का कारण बन जाता है।… अधिक पढ़ें