नयी दिल्ली, छह नवंबर (भाषा) वैश्विक और घरेलू निवेशकों ने वर्ल्ड फूड इंडिया के दूसरे संस्करण के दौरान भारत के उभरते खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 33,129 करोड़ रुपये का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है। सरकार ने सोमवार को यह जानकारी दी।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने पांच नवंबर को संपन्न तीन दिन के वर्ल्ड फूड इंडिया के दौरान इस संबंध में विभिन्न कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
एक सरकारी बयान में कहा गया, ‘‘यह आयोजन निवेश की दिलचस्पी में भारी वृद्धि के साथ संपन्न हुआ, जिसके परिणामस्वरूप 33,129 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए।
इसमें कहा गया है कि एमओयू पर हस्ताक्षर करने वाली कंपनियों में अमूल, आईटीसी, मोंडेलेज, केलॉग्स, एबी इनबेव, आईबी ग्रुप, बालाजी वेफर्स, आनंद डेयरी, फर्टिस और बीकानेरवाला शामिल हैं।
कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस बात पर प्रकाश डाला था कि पहले संस्करण ने बड़ी संख्या में निवेश प्रतिबद्धताओं को आकर्षित किया था और ‘‘अब तक 22,711 करोड़ रुपये के निवेश का मामला आगे बढ़ चुका है या पूरा हो चुका है।’’
पहला संस्करण वर्ष 2017 में आयोजित किया गया था, लेकिन बाद के वर्षों में इसका आयोजन कोविड-19 महामारी के कारण नहीं हो सका था।
भाषा राजेश राजेश अजय
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