आजकल लोगों में आयोडीन की कमी काफी बढ़ रही है। जिसकी वजह से थायराइड बिगड़ जाता है। यह हार्मोन पैदा करने के लिए थायराइड ग्लैंड को आयोडीन की जरूरत होती है और यह मिनरल हमारे मेटाबॉलिज्म और विकास को रेगुलेट करने के लिए भी जरूरी है।
आयोडीन की कमी को रोका जा सकता है और थायराइड से बच सकते हैं। इससे बचाव करने के लिए जरूरी बातों के बारे में दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के एंडोक्रोनोलॉजी विभाग की वरिष्ठ सलाहकार डॉ. ऋचा चतुर्वेदी ने महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं।
आयोडीन की कमी के कारण
डॉ. ऋचा चतुर्वेदी के मुताबिक आयोडीन की कमी अक्सर खाने में समुद्री भोजन, डेयरी उत्पाद और आयोडीन युक्त नमक जैसे फूड्स के ना होने से होती है। वहीं जो क्षेत्र समुद्र से दूर होते हैं वहां के लोगों में भी आयोडीन की कमी का खतरा रहता है। इसके अलावा भी कुछ कारण ऐसे हैं जिनकी वजह से लोगों को आयोडीन से भरपूर फूड खाने के लिए नहीं मिल पाते हैं।
कमी दूर करने में काम आता है नमक
डॉक्टर का कहना है कि आयोडीन की कमी को दूर करने के लिए मल्टीडायमेंशनल नजरिये की जरूरत है। जिसमें यूनिवर्सल नमक आयोडीनीकरण (यूएसआई) एक महत्वपूर्ण रणनीति है, जिसमें मैन्यूफैक्चरिंग के दौरान नमक में आयोडीन मिलाया जाता है। इससे बड़ी आबादी में आयोडीन की कमी को रोका जा सकता है।
थायराइड का कारण है कम आयोडीन
आयोडीन की कमी से क्या होता है?
आयोडीन की कमी से महिलाओं को काफी दिक्कतें हो सकती हैं, हालांकि बच्चे या पुरुष भी इससे दूर नहीं है।
- थायराइड डिसऑर्डर
- मिसकैरिज
- स्टिलबर्थ
- शारीरिक विकास रुकना
- देर से विकास होना
- दिमागी क्षमता में कमी
- मांसपेशियों में अकड़न
किन फूड्स में होता है आयोडीन?
हार्वर्ड (ref.) के मुताबिक निम्नलिखित खाद्य पदार्थों में नेचुरल आयोडीन होता है।
- नोरी, केल्प जैसे सीवीड
- मछली
- आयोडाइज्ड नमक
- दूध आदि डेयरी प्रॉडक्ट
- अंडे
- चिकन
- फोर्टिफाइड इंफेन्ट मिल्क
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।