मुंबई: एयरलाइंस की तर्ज पर अब वंदे भारत ट्रेनों में टिकट बुकिंग के दौरान ही प्री-कुक्ड मील की बुकिंग करानी होगी। ऐसा नहीं करने पर यात्रा के दौरान यदि यात्री मील लेना चाहेगा, तो उसे अतिरिक्त शुल्क देना होगा, मील भी यदि उपलब्ध होगा तभी मिलेगा। मील या फूड की बुकिंग टिकट बुकिंग के दौरान एसएमएस के जरिए कन्फर्म होगी। एसएमएस में वेज-नॉन वेज फूड और उसकी क्वॉन्टिटी की जानकारी होगी। इस नई व्यवस्था के साथ ही रेलवे ने पायलट प्रॉजेक्ट के तौर पर 6 महीनों के लिए वंदे भारत ट्रेनों में पैकेज्ड फूड की सर्विस को बंद किया है। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि आईआरसीटीसी द्वारा कई वेंडर्स को ट्रेन यात्रा के दौरान पैकेज्ड फूड बेचने की परमिशन दी गई थी, इससे यात्रियों को व्यवधान हो रहा था। रेलवे ने वंदे भारत ट्रेनों में फूड सर्विस को लेकर एक सर्वे कराया था। इस दौरान यात्रियों ने बताया कि पैकेज्ड फूड बेचने वाले वेंडर्स के बार-बार कोच में घूमने के कारण वे आराम नहीं कर पाते हैं। अधिकारी ने बताया कि वंदे भारत ट्रेनों में यात्रियों के कम्फर्ट को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है। फिलहाल, 6 महीनों तक पैकेज्ड फूड बेचने पर रोक रहेगी।
बंद नहीं होगा प्री-कुक मील
वंदे भारत ट्रेनों में मिलने वाला नाश्ता, लंच या डिनर जिसे प्री-कुक मील की श्रेणी में रखा जाता है, वो बंद नहीं होने वाला है। हालांकि, इसे अब टिकट बुकिंग के दौरान ही बुक कराना होगा। पैसेंजर को अपनी चॉइस भी बतानी होगी। मील बुकिंग का कन्फर्मेशन टिकट बुकिंग के दौरान और यात्रा के 24 से 48 घंटों पहले एसएमएस के जरिए मिलेगी। ये सर्विस बिलकुल एयरलाइंस की तर्ज पर होगी जहां पैसेंजर को फूड पहले से ही बुक कराना होता है।
ट्रेनों से हटेगा अतिरिक्त ‘बोझ’
रेल मंत्रालय ने अपने नए सर्कुलर में यात्रा के दौरान वंदे भारत ट्रेनों में पैंट्री से जुड़ा अतिरिक्त सामान नहीं ढोने का निर्देश दिया है। पहले इन ट्रेनों में ‘रेल नीर’ का स्टॉक भर दिया जाता था और ये स्टॉक राउंड ट्रिप में भी इस्तेमाल होता था। अब वापसी में फ्रेश स्टॉक रखने का निर्देश दिया है। इसके अलावा अब पैकेज्ड फूड की सर्विस बंद करने से भी पैंट्री में इंवेंटरी का अतिरिक्त ‘बोझ’ कम होगा। रेलवे के अधिकारी ने बताया कि प्री-बुकिंग नहीं होने पर यदि फूड चाहिए, तो तय रकम से 50 रुपये या उससे ज्यादा शुल्क देना होगा।
खाने को लेकर चिंतित क्यों हुई रेलवे?
रेलवे में हमेशा यात्रियों ने सफाई और खाने की गुणवत्ता को लेकर शिकायत की है। वंदे भारत ट्रेनों में सफाई की शिकायतों में तो कमी आई है, लेकिन खाने की गुणवत्ता अब भी चिंता का विषय है। जानकारों का कहना है कि वंदे भारत ट्रेनों में पैकेज्ड फूड को लेकर भी यात्रियों ने शिकायतें की हैं। कई बार पैक टेंपर हुए मिले, तो कई बार उनकी क्वॉलिटी खराब निकली। ऐसे में, अब रेलवे वंदे भारत ट्रेनों की इमेज के साथ किसी भी तरह से कोई समझौता नहीं करना चाहती है, इसलिए पैकेज्ड फूड सर्विस को बंद करने का फैसला लिया गया है। प्री-कुक मील में भी कई बार गड़बड़ियां हुई हैं। यात्री ने वेज खाना मंगाया और उसे नॉन वेज परोसा गया, इसलिए अब रेलवे एसएमएस के जरिए रीकन्फर्म करेगी।