Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 17 Apr, 2024 05:49 PM
यूं तो ‘लव यूं शंकर’ एक पुनर्जन्म और पिछले जन्म के हत्यारे से बदला लेने की कहानी पर आधारित है मगर जिस तरह से इसे एक कहानी के रूप में पिरोया गया है और जिस अंदाज़ में इस मार्मिक कहानी को निर्देशक राजीव एस. रूईया ने पेश किया है,
गुड़गांव, ब्यूरो हॉलीवुड में बड़े पर्दे पर एनिमेटेड किरदारों को जीवंत कलाकारों के साथ पेश करने का चलन काफ़ी पुराना है मगर भारतीय सिनेमा में ऐसी कोशिशें कम ही देखने को मिलती हैं. लेकिन फ़िल्म ‘लव यूं शंकर’ में एनिमेशन को जीवंत लोगों की अदाकारी के साथ बख़ूबी पेश किया गया है जिसे देखने का मज़ा ना सिर्फ़ बच्चों को बल्कि हरेक उम्र के लोगोंं को आएगा।
‘लव यूं शंकर’ एक बेहद अलहदा किस्म के विषय पर बनी फ़िल्म है. फ़िल्म में आस्था और भक्ति के शहर बनारस को बड़े ही भव्य और अनूठे अंदाज़ में पेश किया गया है. फ़िल्म की कहानी बनारस में ही सेट की गई है जिसमें शहर का आस्थामय स्वरूप और महादेव की आराधना की अनोखी झलक देखने को मिलती है।
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यूं तो ‘लव यूं शंकर’ एक पुनर्जन्म और पिछले जन्म के हत्यारे से बदला लेने की कहानी पर आधारित है मगर जिस तरह से इसे एक कहानी के रूप में पिरोया गया है और जिस अंदाज़ में इस मार्मिक कहानी को निर्देशक राजीव एस. रूईया ने पेश किया है, वो वाकई क़ाबिल-ए-तारीफ़ है. फ़िल्म की कहानी 10 साल के बच्चे शिवांश और भगवान शिव के बाल स्वरूप (एनिमेटेड किरदार) के इर्द-गिर्द घूमती है. फ़िल्म में दिखाया गया है कि कैसे विदेश में अपने माता-पिता के साथ रहने वाले शिवांश और उसके अभिभावको एक दिन पता चलता है कि शिवांश तो बनारस में रहने वाले और महादेव के परम भक्त रूद्र का अवतार है जिसकी 20 साल पहले सिद्धू नामक एक प्रपंची और कपटी बाबा ने हत्या कर दी थी. इस राज़ का पर्दाफ़ाश होने के बाद भारत आकर बालक शिवांश दोस्त के रूप में मिले भगवान शिव के साथ मिलकर किस तरह से सिद्धू से सिद्धेश्वर बाबा बने हत्यारे से बदला लेता है, इसे बड़े ही रोचक ढंग से निर्देशक राजीव एस. रूईया ने पेश किया है।
बाबा भोलेनाथ के भक्त रूद्र के रूप में अभिनेता श्रेयस तलपदे ने उम्दा अभिनय कर फ़िल्म में जान डाल दी है. रूद्र की पत्नी के रोल में तनीषा मुखर्जी पूरी तरह से जंचती है. बाल शिवांश का किरदार निभाने वाल मन गांधी अपनी मासूमियत और अपने परफॉर्मेंस से लोगों का दिल जीत लेते हैं. एक कपटी बाबा और विलेन के रूप में अभिमन्यु सिंह ने जानदार अभिनय किया है. जटाशंकर बने संजय मिश्रा और माधव का कॉमिक रोल निभाने वाले हेमंत पांडे अपने अपने किरदारों के साथ पूरी तरह से न्याय करते हैं. फ़िल्म में ईलाक्षी गुप्ता भी एक अहम रोल में हैं जो अपने अभिनय काफ़ी प्रभावित करती हैं।
एनिमेशन और जीवंत अदाकारी के तालमेल से बनी और एक दिव्य शहर के तौर पर अपनी पहचान रखने वाले बनारस शहर में भगवान शिव की आस्था की अनूठी झलक पेश करने वाली ‘लव यू शंकर’ में मार्मिकता के साथ साथ मनोरंजन का भी भरपूर पुट है. दिल को छू लेने वाली इस फ़िल्म को बड़े पर्दे पर ज़रूर देखा जाना चाहिए।
कलाकार : श्रेयस तलपदे, तनीषा मुखर्जी, संजय मिश्रा, अभिमन्यु सिंह, हेमंत पांडे, मन गांधी, ईलाक्षी गु्प्ता-पटकथा : रवींद्र राम पाटिल और प्रियांस मेहता- निर्देशक : राजीव एस. रूईया- निर्माता : सुनीता देसाई और तेजस देसाई- संगीत : वरदान सिंह- रेटिंग : 4 स्टार