सेहत: घर की साफ-सफाई करते वक्त खानपान का भी रखें ध्यान, क्या खाना है और क्या नहीं इसका ध्यान रखें


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  • While Cleaning The House, Keep In Mind The Food Habits, Keep In Mind What To Eat And What Not To Eat.

डॉ. गौरव जैन41 मिनट पहले

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  • सफ़ाई सुकून ज़रूर देती है लेकिन बहुत मेहनत व ध्यान मांगती है, जो थका देती है। इसीलिए शरीर को चाहिए भरपूर ऊर्जा और ताक़त। लेकिन हम हमेशा काम के बीच समय पर नहीं खा पाते या फिर भूल जाते हैं।

अक्सर लोगों को घर की साफ़-सफ़ाई करने के बाद बहुत थकान, सिर दर्द और कमज़ोरी महसूस होने लगती है। समय पर खाते नहीं हैं तो सबसे बड़ा व पहला असर होता है एसिडिटी। इसके अलावा, समय पर खाना ना खाने पर शरीर का मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है, जिससे भारीपन लगता है।

सुबह का नाश्ता ज़रूर करें

सुबह का नाश्ता शरीर को पूरे दिन ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है। इसमें आप पौष्टिक आहार लें, जैसे उपमा, पोहा या ओट्स बनाकर खा सकते हैं। भीगे हुए काले चनों को छौंककर भी खा सकते हैं जो कि एक अच्छा पौष्टिक आहार है। पकौड़े, सैंडविच जैसे भारी और तले हुए नाश्ते से बचें।

थोड़ा-थोड़ा खाते रहें

बादाम प्रोटीन और स्वस्थ वसा सहित कई आवश्यक पोषक तत्वों का एक प्राकृतिक स्रोत है। रात को 4-5 बादाम भिगो दें और सुबह छीलकर दूध के साथ अच्छी तरह से चबाकर खाएं। एक मुट्‌ठी मूंगफली काम के दौरान बीच-बीच में खाते रहें। गुड़ के साथ एक मुट्‌ठी मूंगफली दिन में एक बार ले सकते हैं। काम से विराम लेते हुए भुने हुए मखाने खा सकते हैं। तीन समय का आहार ज़रूर लें, लेकिन आवश्यकता से अधिक खाने से भी बचें क्योंकि इससे आलस आएगा और काम वहीं रुक जाएगा। खाना हल्का हो तो बेहतर है।

तरल बहुत ज़रूरी है

काम के दौरान शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत ज़रूरी है। आप जहां भी काम कर रहे हैं वहां साथ में एक बोतल पानी ज़रूर रखें। पानी में आधे नींबू का रस, एक चुटकी नमक और एक चम्मच शक्कर मिलाकर घूंट-घूंट पीते रहने से ताज़गी बनी रहेगी और सिर दर्द भी नहीं होगा। यह एक तरह का एनर्जी ड्रिंक है, जो ऊर्जा बनाए रखने में मदद करेगा। इसी तरह फलों के रस और सब्ज़ियों से कई तरह के एनर्जी ड्रिंक तैयार कर सकते हैं।

ग़लत खाने से बचें

कुछ लोग काम करने के एक दिन पहले थोड़ा ज़्यादा खाना बना लेते हैं ताकि अगले दिन वही खा सकें और सारा ध्यान घर की साफ़-सफ़ाई पर लगा सकें। लेकिन बासी भोजन आपको बीमार कर सकता है। पेट दर्द, फूड पॉइज़निंग आदि समस्याएं बासी भोजन से हो सकती हैं। इसलिए भले आप खिचड़ी या रोटी-चटनी बना लें, लेकिन खाना ताज़ा ही होना चाहिए। साथ ही, खाना घर का बना ही खाएं।

काम थोड़ा आसान होगा

खाने के बाद काफ़ी बर्तन सिंक में इकट्‌ठे हो जाते हैं। अब घर की सफ़ाई करें या बर्तन धोएं, यह भी तो एक समस्या है। इसलिए खाना ऐसा बनाएं जिसे पकाने के लिए कम से कम बर्तनों का इस्तेमाल हो, जैसे कि वन पॉट रेसिपी आज़मा सकते हैं।

वहीं, डिस्पोज़ेबल प्लेट और कटोरी का उपयोग कर सकते हैं जिस पर खाना खाकर बर्तन धोने की झंझट से बच सकेंगे। चम्मच और गिलास भी डिस्पोज़ेबल रख सकते हैं।

स्वच्छता का ध्यान रखें

घर की सफ़ाई के दौरान हमारे हाथ धूल से भर जाते हैं। नाख़ूनों में भी गंदगी समा जाती है। कुछ खाने के लिए भले आप हाथों को अच्छी तरह से धो लें, परंतु फिर भी हाथों से कुछ खाने की इच्छा नहीं होती। इसीलिए, बेहतर होगा कि आप हाथ के बजाय चम्मच से खाएं। भोजन बनाते वक़्त भी इस बात का ध्यान रखें कि आप जो भी बना रहे हैं उसे हाथ से न खाना पड़े।


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